कानपुर में रफ्तार ले गई एक और मासूम की जान, कोहराम और विरोध में बवाल

– चार बेटियों के बाद हुआ था ऋषभ,
– आए दिन किसी न किसी की जान ले रहे तेज रफ्तार वाहन

सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां जिले में तेज रफ्तार लोगों को असमय ही मौत के मुंह में झोंकने में लगातार सफल हो रही है इसी क्रम में एक और मासूम की जान चली गई घटना के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर बवाल भी किया वही उसके परिवार में भी कोहराम मचा हुआ है वह अपनी चार बहनों के बाद पैदा हुआ था |

यह घटना बिधनू थाने के शंभुआ में हुई, जहां डंपर की टक्कर से राकेश के इकलौता बेटे की दर्दनाक मौत हो गई।
परिवार वालों ने बताया कि ऋषभ (05) चार बहनों के बीच इकलौता भाई था।वह बड़ी मिन्नतों के बाद पैदा हुआ था। मां सुशीला ने बताया कि बेटे के लिए वह कई मंदिर गई और वृत रखे। तब जाकर छोटी बेटी के पैदा होने के तीन साल बाद ऋषभ पैदा हुआ था।

इस हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि डंपर की स्पीड काफी तेज थी। साथ ही वह गलत साइड से दूसरे ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था। अगर वह ऐसा न करता तो हादसा न होता। हादसे के बाद चालक डंपर समेत भाग निकला। हालांकि ग्रामीणों ने घटनास्थल से करीब सात किलोमीटर दूर तक पीछा किया और आखिर में पतारा कस्बे से पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

इस घटना के विरोध में गांव वालों ने सड़क जाम करके काफी बवाल भी किया बाद में पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया |

जाम लगाने वाले उत्तेजित ग्रामीणों ने मजदूर पिता की तीन अन्य बेटियों की पढ़ाई और जीवन यापन के लिए तीन बीघा जमीन, तीनों बच्चियों के नाम पर 30 लाख रुपये और एक आवास की मांग की है। घंटों चले हंगामे के बाद एसडीएम सदर अभिनव गोपाल, एसडीएम घाटमपुर रामानुज, तहसीलदार रितेश कुमार मौके पर पहुंचे लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया ।

अवगत कराते चलें कि तेज रफ्तार वाहनों की वजह से जिले में आयोजित आए दिन कोई न कोई मौत का शिकार होता है लेकिन इसके बाद भी प्रशासन हालातों पर नियंत्रण पाने में असफल साबित हो रहा है, जिसके फलस्वरूप तेज रफ्तार वाहनों के जरिए लोग मौत का शिकार होने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

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