एसटीएफ के नाम पर लोगों से वसूली करते थे दोनों सिपाही अब तक बनाते हुए दर्जनों को शिकार घटना में एक सिपाही और मुखबिर अभी भी फरार तलाश में छापे
सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां जिले में भ्रष्टाचार और अपराध में लिप्त पुलिस वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है | ऐसे ही दो सिपाहियों ने एक दुकानदार को अपहरण करने के बाद उसे फिरौती मांगी लेकिन पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दुकानदार को सकुशल बरामद कर लिया, जिसके बाद घटना में शामिल दो सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
इनमें से एक सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दूसरा और उसका मुखबिर साथी अभी भी फरार है। इन दोनों की तलाश में भी लगातार छापे मारे जा रहे हैं |
इस मामले में पुलिस कमिश्नर जोगदंड
ने फीलखाना थाने में तैनात सिपाही मुकेश श्रीवास्तव और कोतवाली में तैनात हेड कांस्टेबल अमित कुमार को बर्खास्त किया है। इनमें से मुकेश को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों सिपाही लंबे अरसे एस टी एफ के नाम पर लोगों को अपना शिकार बना रहे थे । इस मामले में वह कई लोगों से लाखों रुपए वसूल भी कर चुके थे। लेकिन खुद को हटाए जाने के भय से अधिकांश लोगों में अपने साथ घटित हुई इन घटनाओं की शिकायत किसी भी पुलिस अधिकारी से नहीं की । यही वजह है कि आरोपी पुलिस वालों का मनोबल बढ़ता रहा और वह घटनाओं को लगातार अंजाम भी देते रहे |
अवगत कराते चलें कि जिस मामले में दोनों सिपाहियों को बर्खास्त किया गया है वह मामला शुक्रवार रात गोविंदनगर में परचून दुकानदार रघुवीर चंद्र कपूर को अगवा कर फिरौती मांगने का है।
दोनों पुलिस वाले अपने को एसटी एफ का बताकर आरोपी दुकानदार रघुवीर चंद्र पर भांग बेचने का आरोप लगाकर उठा ले गए थे। जिसके बाद सक्रिय हुई गोविंद नगर पुलिस ने इस घटना का खुलासा करने में न केवल सबक सफलता प्राप्त की बल्कि ऐसा करने वाले दोनों सिपाहियों की भी पहचान करने के साथ ही एक सिपाही को गिरफ्तार करके जेल की हवा भी खिला दी । वहीं इस घटना से भ्रष्ट पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।