कानपुर में सचेंडी पुलिस की मिलीभगत या लापरवाही ? जिन दबंगों ने की युवक की हत्या, उनका किया केवल शांति भंग में चालान

विरोध में परिजनों ने शव रख कर लगाया जाम

सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां भ्रष्टाचार में लिप्त बहू से पुलिस वाले अपने स्वार्थ में तरह – तरह के गुल खिलाने से भी नहीं चूकते | वह हत्या जैसे गंभीर मामलों को भी अपने हिसाब से निपटाने की कोशिश करते हैं।
कुछ ऐसा ही मामला सचेंडी थाना क्षेत्र में प्रकाश में आया जहां दबंगों ने एक युवक को पीट-पीटकर मार डाला लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के स्थान पर उनका केवल शांतिभंग में ही चालान करके अपने कर्तव्य की इतिश्री मान लीI फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है या पुलिस की आरोपियों से मिलीभगत है या फिर उसकी लापरवाही।
वहीं इस घटना के विरोध में क्षेत्र में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है । यही नहीं पुलिस के खिलाफ इस मामले में लाश को सड़क पर रखकर जमकर प्रदर्शन भी किया गया |
बाद में मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बड़ी मुश्किल से इन लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया |
यह घटना सचेंडी के बंगाली कालोनी में हुई। यहां होली के दिन घर के बाहर शराब पी रहे युवक को दबंगों ने लाठी-डंडों से पीटकर मरणासन्न कर दिया था। जिसपर पुलिस ने मामले में लापरवाही बरतते हुए महज शांतिभंग में कार्रवाई करते हुए पल्ला झाड़ लिया था लेकिन बाद में उसकी शारदा नगर स्थित अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। इससे आक्रोशित स्वजन ने अस्पताल के बाहर सड़क पर शव रखकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर जाम लगा दिया। बवाल की सूचना पर एडीसीपी पश्चिम के साथ ही छह थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा और मशक्कत के बाद कार्रवाई का भरोसा दिलाकर शांत कराया।
जानकारी के मुताबिक होली के दिन बंगाली कालोनी निवासी रतन मंडल अपने साथियों के साथ उनके घर के बाहर शराब पीकर गाली गलौज कर रहा था। उन्होंने विरोध किया तो आरोपित ने अपने साथी सिद्धार्थ मंडल व जतन मंडल के साथ घर में घुसकर लाठी-डंडों से मामा अमित द्विवेदी को पीटकर मरणासन्न कर दिया था। घटना में भाई देवेंद्र मिश्रा व मां मिथिलेश मिश्रा भी घायल हो गई थी।
इसके बाद अमित को गंभीर हालत में शारदा नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के मुताबिक इसके बाद जब कमल किशोर ने तहरीर दी तो पुलिस ने लापरवाही बरतते हुए आरोपितों के खिलाफ हत्या के प्रयास जैसी आरोप में मुकदमा दर्ज करने के स्थान पर केवल एनसीआर दर्जकर शांति भंग में चालान कर दिया था।
वहीं घटना से पुलिस के खिलाफ जबरजस्त रोष भी व्याप्त है। जिसपर अधिकारी मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाही किये जाने की बात कह रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!