खुद क्यों नहीं उठा लेते बोरी- रामानंद सैनी

रविवार का दिन था, इसलिए मैंने घर पर चल रहे काम को होली के पहले खींचने के लिए आज मिस्त्री और मजदूर बढ़ाने का फैसला किया l पिछले 6 दिनों से एक मिस्त्री और दो लेबर काम कर रहे थे l स्कूल से छुट्टी पाने के बाद मैं भी उनके साथ लग जाता था l लेकिन आज पूरे दिन छुट्टी थी, इसलिए मैंने दो मिस्त्री और तीन लेबर काम पर लगा दिए l नए मिस्त्री और लेबर को लेने के लिए मेरी जगह पर मेरा पुराना लेबर ही मंडी गया था l जब नया लेबर हमारे मकान पर काम करने आया तो उसने मुझे मसाला बनाते हुए देखा l मैं सीमेंट, मोरंग और बालू एक में मिला रहा था l उसके आने पर मैंने लेबर से कहा कि नीचे से एक बोरी सीमेंट उठा लाओ l उसने यह सुनते ही मुझे पलट कर जवाब दिया कि तुम क्यों नहीं उठा लाते हो, खाली मसाला बनाना ही जानते हो l 50 किलो सीमेंट की बोरी खोपड़ी पर उठा कर के तीसरी मंजिल पर लाओगे तो तुम्हारी अकल ठिकाने लग जाएगी l केवल आर्डर देना ही जानते हो l जब काम करोगे तो पता चलेगा कि एक बोरी सीमेंट का वजन कितना होता है l
वह मुझे नहीं जानता था कि य़ह इस मकान के मालिक हैं l हमारे पुरानी मिस्त्री ने उसे बताना चाहा कि यह मालिक है, जरा संभल कर बात कीजिए l लेकिन मैंने इशारे से मिस्त्री को बोलने से मना कर दिया और स्वयं उस लेबर के साथ नीचे चला गया l हमने कहा भाई बोरी उठवा दो, एक बोरी हम ले चलेंगे और एक आपको उठवा देंगे दूसरे लेबर के द्वारा l उसे आप लेते आना l उसने पहले मुझे 50 किलो की बोरी उठवा दी और बड़ी तेजी के साथ सर के ऊपर पटक दिया l मैं उस बोरी को लेकर के बगल में खड़ा हो गया और दूसरे लेबर से कहा कि एक बोरी सीमेंट इसके सिर पर रखवा दो l य़ह सुनते ही वह नया लेबर बोला कि हम नहीं ले जाएंगे सीमेंट l हम इसी लेबर के सिर पर रखवा देंगे, तुम क्यों बोल रहे हो मुझसे, तुम कौन हो, जाओ चुपचाप बोरी को छत पर ले जाओ l मैं दूसरी बोरी अभी भिजवा रहा हूं l मालिक से पूछ लेना अगर और सीमेंट चाहिए तो नीचे दोबारा चले आना l मैं तीसरी बोरी भी भेज दूंगा l उसकी बात को सुनकर के मैं चुपचाप ऊपर चला गया l उसके बाद हमारे पुराने लेबर ने उस नए लेबर को बताया कि यह इस मकान के मालिक हैं l तुम्हें बात करने की अकल नहीं है, मजदूरी करने आए हो, उल्टा उन्हीं को डांट रहे हो l देखो वह सीमेंट की बोरी लेकर के ऊपर चले गए और तुम दूसरी बोरी मुझे उठवा रहे हो l अभी वह फिर नीचे आएंगे और फिर एक बोरी ले जाएंगे l यह सुनकर के वह लेबर डर गया l जब तक मैं दूसरी बोरी लेने के लिए नीचे आया तब तक वह भाग चुका था l उसने पुराने लेबर से कहा कि अभी पेशाब करके आ रहा हूं और पेशाब करने के बहाने वह गुम हो गया l
मैंने उसे बहुत ढूंढा लेकिन जब नहीं मिला तो फिर 9:00 बजे लेबर मंडी लेबर लेने गया l उसने मुझे वहां देखा, मैंने भी उसे देखा l उसे बुलाने के लिए उसके पास में जाता कि इसके पहले ही वह दूसरी ओर बड़ी तेजी के साथ चला गया l फिर घूम कर के नहीं देखा l मजबूरन मुझे नया लेबर लाना पड़ा l अब बताइए इसमें मेरी क्या गलती थी l मैंने लेबर के हर आदेश का पालन किया l लेकिन फिर भी वह चला गया और डेढ़ घंटे तक मेरा एक लेबर का नुकसान हुआ l क्योंकि दूसरे लेबर ने 9:30 बजे काम शुरू किया और मजदूरी वही ₹400 ली l क्या अपना काम करना कोई चोरी है या मैंने उस लेबर से कुछ गलत कहा था l खैर रविवार को मैंने पूरे दिन काम किया और हमें लगता है कि मैंने दो लेबर के बराबर काम किया होगा l शाम को अच्छी नींद आई, खूब सकून से सोया l वास्तव में शारीरिक श्रम करने के बाद जितनी ज्यादा भूख लगती है उतनी ही ज्यादा नींद भी आती है l यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है l

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