मोहम्मद इरफान खान/नवयुग समाचार
बांगरमऊ उन्नावः बांगरमऊ क्षेत्र के नानामऊ गंगा घाट पर लांखो की धनराशि खर्च कर बनवाया गया शवदाह गृह अनदेखी का शिकार होकर दुर्दशा का शिकार होता जा रहा है किंतु इसके उपयोग में ना लाए जाने सरकार की मोटी रकम निस्वार्थ साबित होकर रह गई है।
ज्ञात हो बांगरमऊ क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे शवो को अंतिम संस्कार करने की पुरानी प्रथा चली आ रही है यहा के घाट पर उन्नाव जनपद ही नहीं अपित्तु पड़ोसी जनपद हरदोई ,सीतापुर,लखनऊ आदि सहित कई जनपदो के लोग शवो को लाकर गंगा के पवित्र घाट पर शवो का अंतिम संस्कार करते चले आ रहे है इस घाट पर शवो को जलाए जाने हेतु करीब डेढ़ दशक पूर्व सरकार की मोटी रकम खर्च कर एक शवदाह गृह का निर्माण करवाया गया किंतु इस स्थान पर विद्युत लाइन आज तक नही डाली जा सकी जिससे शवो को जलाने के लिए आधुनिक मशीन नही लग पाई तथा एक लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी शव दाहगृह संचालित नही हो सका जिससे सरकार की एक मोटी रकम निस्वार्थ साबित होकर रह गई।
वही शव दाहगृह के पास स्थित शौचालय में भी ताला लगा है जिससे दाह संस्कार करने वाले लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है
शव दाहगृह के पास लगा हैंड पंप खराब अवस्था में है हैंडपंप के अगल-बगल में गंदगी का अंबार लगा है।