दस माह पूर्व् स्वास्थ्य सखी सुपरवाइजर ऑपरेटर की नोकरी लगबाने के लिये गये थे रूपये

विना ब्लाक की मिलीभगत से कैसे हो सकती है बैठक—- पीड़ित योगेश
17 लोगों ने आजम खां व रूबी शाक्य लोगों के खिलाफ कोतवाली अलीगंज में दिया प्रार्थना पत्र!


अलीगंज! अलीगंज में बीते दस माह पूर्व् नोकरी के नाम पर ठगी करने बाले रेकिट का पर्दाफाश तो हो गया लेकिन नोकरी के नाम पर जिस बिचौलिए के माध्यम से रूपये ब्लाक में मीटिंग कर रूपये लिये गये थे उन रुपयों को पीड़ितों को आज भी वापिस नही किये गए और न ही उन लोगो को नोकरी मिली।नोकरी न मिलने के साथ उनकी दी गयी धनराशि वापिस न मिलने से अब पीड़ितों ने कोतवाली अलीगंज में शरण ली और आजम रूबी शाक्य के खिलाफ कोतवाली अलीगंज में प्रार्थना पत्र दे रहे हैं। गुरुबार को कोतवाली अलीगंज में आठ लोगों ने प्रार्थना पत्र दिया जिसमें माधुरी पुत्री कप्तान सिंह मधू कुमारी पत्नी मनोज कुमार आशीष पाल श्वेता मिश्रा अंजू मिश्रा मनोज रेनू आकाश ने बताया कि मोहम्मद आजम खां पुत्र अफसर खां निवासी मोहल्ला काजी अलीगंज रूबी शाक्य पत्नी संकेत कुमार निवासी अगोनापुर द्वारा बताया गया कि में ब्लाक में कार्यरत हूं हम लोग एनजीओ के तहत नोकरी लगवाते हैं यही नही दोनों लोग गांव गांव जाकर ग्राम प्रधान को साथ लेकर मीटिंग करते थे हम सभी आठों लोगों ने अलीगंज स्थति पड़ाव पर नेपाल सिंह के जनसेवाकेंद्र पर बुलाया और कहा तीस तीस हजार रुपये दे दो हम लोगों ने रूपये दे दिए रूपये देने के बाद हम लोगों ने कहा कि यदि नोकरी नही लगी तो हम लोगों के पैसे कोन वापिस करेगा तो रूवी शाक्य ने कहा कि हम लोग है वही नेपाल सिंह ने पैसे गिनाते हुए वीडियो भी बनाई दोनो लोगो की वीडियो मेरे पास है।अब नोकरी न मिलने से पीड़ित युवाओ द्वारा पैसे की मांग की तो पैसे नही दिए अब आजम व रूबी शाक्य के खिलाफ अलीगंज कोतवाली में मुकद्दमा दर्ज किया गया।
बिना व्लाक के कर्मचारियों की मिली भगत से कैसे हो सकती है बैठक———
अलीगंज! नोकरी के नाम पर ठगों द्वारा रूपये तो ठग लिये रूपये ठगने बालों का रेकिट बड़ा लगता है। आजम खां व रूबी शाक्य ने ब्लाक में मीटिंग की मेरे परिजनों के कहने पर जॉब लगबाने के लिये रूपये तीस तीस हजार व सुपरवाइजर के लिए 70 हजार रुपये दिए थे। लेकिन जॉब भी नही मिली वही पीड़ितों के साथ योगेश ने बताया मेरे छोटे भाई ने फोन किया कि नोकरी के लिये ऑफर है मेने पूछा कोन लगवा रहा है तो बताया कि ब्लाक में बिना किसी कर्मचारी व अधिकारी की मिलीभगत से बैठक कैसे हो सकती है। बताया गया कि आजम खां एटा में एनजीओ के पद पर मैनेजर है साथ में रूबी शाक्य भी जो स्वास्थ्य सखी की नोकरी लगवा रही थी। लेकिन जो धनराशि दी गयी थी वहः नेपाल सिंह के बीच दी गयी थी उसी के जनसेवा केंद्र पर धनराशि देने के वीडियो भी बनाई गई। योगेश ने बताया इस कार्य में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं वही यदि ब्लाक में मीटिंग भी करबाते थे इससे तो लगता है कि ब्लाक में जिम्मेदार भी इस रेकिड में शामिल होने का आरोप लगाया है।
शोसल मीडिया प्रिंट मीडिया पर जो खवरे व वीडियो चल रही है ब्लाक से इन लोगों से कोई लेना देना नही है यह सब फ्रॉड है ये लोग उनके खिलाफ कार्यवाही करें सभागर में मीटिंग के बारे में बताया कि ब्लाक में मीटिंगनही हुई आदि का कोई नही है जो मीटिंग हुई है बदायूँ बालों की मीटिंग हुई थी उनकी मीटिंग हुई थी 13लोगों को प्रशिक्षण कराया गया। उनको किट दी गयी। वही मुझे हत्सारी के प्रधान द्वारा जानकारी दी गयी थी कुछ लोग एनजीओ के नाम पर युवाओ को ठग रहे हैं।तो मैने कहा कि ऐसे लोगों से दूर रहे ।ब्लाक से कोई इन लोगों से सम्बन्ध नही है।
दिनेश कुमार शर्मा वीडियो अलीगंज।
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश

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