– विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के प्रथम चरण में योग्य दंपति से हो रहा संपर्क
10 जुलाई तक प्रस्तावित पहले चरण में दी जा रही परिवार नियोजन साधनों की जानकारी
संतकबीरनगर।‘‘आजादी के अमृत महोत्सव में, हम लें यह संकल्प, परिवार नियोजन को बनाएंगे, खुशियों का विकल्प’’ थीम पर जिले में विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े से संबंधित विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत सीमित परिवार के साथ ही लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरुक किया जाएगा। यह पखवाड़ा दो चरणें में चलना है, जिसके प्रथम चरण दंपति सम्पर्क पखवाड़े का शुभारंभ मंगलवार से हो गया और यह दस जुलाई तक चलेगा । इस दौरान आशा कार्यकर्ता योग्य दंपति से संपर्क करके उन्हें परिवार नियोजन के विकल्पों के बारे में जागरुक कर रही हैं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ( परिवार कल्याण ) डॉ. मोहन झा ने बताया कि आशा कार्यकर्ताओं ने परिवार नियोजन के बारे में परामर्श के योग्य दंपति को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों के प्रति जागरुक कर रही हैं । परिवार नियोजन के लिए बास्केट ऑफ चॉइस के बारे में बताया जा रहा है । उन्हें इस बात के लिए भी जागरुक किया जा रहा है कि दो बच्चों के जन्म के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के परिवार नियोजन प्रकोष्ठ के जिला लॉजिस्टिक मैनेजर इम्तियाज अहमद बताते हैं कि पात्र लाभार्थी को दो माह के लिए गर्भनिरोधक गोली और कंडोम वितरित किया जाएगा। इस दौरान अंतरा और आईयूसीडी को अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। हर इच्छुक लाभार्थी का पुरुष या महिला नसबंदी के लिए पूर्व पंजीकरण भी किया जा रहा है। नसबंदी के लाभार्थियों के लिए एम्बुलेंस की भी सुविधा दी जाएगी।
हरिहरपुर उपकेन्द्र के मंझगांवा तरैनी की निवासी 33 वर्षीया संगीता बताती हैं कि उनके तीन बच्चे हैं। आशा संगिनी ललिता और आशा कार्यकर्ता प्रमिला ने आकर परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित किया है। फिलहाल तो त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन लगवाएंगे और आगे चल कर नसबंदी से परिवार को नियोजित करेंगे।
प्रेरित करने के साथ ही बता रही हैं लाभ
बरईपार की आशा कार्यकर्ता माया सिंह ने बताया कि वह स्वास्थ्य उपकेन्द्र महला की एएनएम रेनू सिंह के साथ योग्य दंपति से सम्पर्क करने के लिए गयीं। इस दौरान उन्होंने महिलाओं व पुरुषों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ ही प्रोत्साहन राशि के बारे में बताया कि नसबन्दी कराने वाले पुरुष को 3000 रूपये दिए जाते हैं, तथा महिला को 2000 रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाते हैं। अन्तरा इंजेक्शन लगवाने वाली महिला को 100 रुपये प्रत्येक डोज पर प्रोत्साहन राशि के रुप में दिया जाता है।
जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में करेंगे बेहतर कार्य
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोहन गुप्ता बताते हैं कि हर ब्लॉक को तीन पुरुष नसबन्दी का ईएलए दिया गया है। साथ ही अधिक से अधिक परिवार नियोजन के साधनों के प्रति लोगों को उत्साहित करने के निर्देश दिए गए हैं।आशा कार्यकर्ताओं को सहयोग देने के लिए हर ब्लॉक इकाई में सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के लिए संबंधित प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम व बीसीपीएम को निर्देशित किया गया है। पिछले पखवाड़े के दौरान बेहतर कार्य हुआ। जिले में मार्च माह से अब तक 74 महिला नसबंदी, 968 आईयूसीडी, 846 पीपीआईयूसीडी और 1901 त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन की सेवा दी जा चुकी है।