जमशेदपुर : आम ओडिशा परिवार शनिवार को बारीडीह कार्यालय में उत्कल दिवस अपने परिवार के सदस्यों के साथ मनाया। ग़ौरतलब हो कि आज ही के दिन 1 अप्रैल को ओडिशा प्रांत बिहार और पश्चिम बंगाल से अलग होकर बना था। फलस्वरूप ओडिशा में हर साल 1 अप्रैल को उत्कल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष 2023 में ओडिशा में 88वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है।
आम ओडिशा परिवार के मुख्य सलाहकार अश्विनी मथान, सह – सलाहकार शशिकांत,अध्यक्ष सुब्रत प्रधान, महामंत्री आशीष बेहरा आदि संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ कियें।
अध्यक्ष सुब्रत प्रधान स्वागत भाषण दिए। उन्होंने उत्कल दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम सबों को पूर्वजों के बलिदान को याद करते हुए अपने समाज को आगे ले जाना है। अश्विनी मथान ने ओड़िया संस्कृति एवं कला को बचाने एवं आने वाली पीढ़ी के लिए संजोकर रखने पर जोर दिया।
शशिकांत बेहरा ने कहा कि समय-समय पर परिवार को कला और संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम करते रहना चाहिए तभी उड़िया समाज एकजुट होगा।
कार्यक्रम का संचालन आशीष बेहरा ने किया। कार्यक्रम में पद्म , सुब्रत स्वाइन , अक्षय पंडा , कृतिवास, सच्चिदानंद, कृष्णा, गोलक बिहारी, दीपक रावत , अशोक , आस्तिक, प्रफुल्ल, नारायण, रवि आदि मौजूद थे।