बम बम भोले के जयकारों से गूंजे मंदिर
सुनील बाजपेई
कानपुर। यहां महाशिवरात्रि पर्व पर शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ का उमड़ पड़ी। इसके लिए देर रात से ही परमट, जागेश्वर, वन खंडेश्वर, सिद्धेश्वर, पातालेश्वर आदि मंदिरों में भक्तों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। यही नहीं भोले की भक्ति में श्रद्धालु रात भर सोये भी नहीं। देर रात पट खुलते ही बम-बम भोले से शिवालय गूंज उठे।
सबसे अधिक भीड़ परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर में हुई । यहां शुक्रवार को देर शाम आठ बजे भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया गया था। देर रात 12 बजे से ही भक्तों की लंबी लाइन लग गई। रात दो बजे मंगला आरती के साथ पट खुलते ही बम-बम भोले के जयकारों से मंदिर परिसर गूंजायमान हो उठा।
इस दौरान मंदिरों में कदम-कदम पर पुलिस का पहरा भी रहा। साथ ही सीसीटीवी कैमरों से भी मंदिरों की निगरानी की जाती रही। यहां भक्तों के आने और जाने के लिए बैरिकेडिंग भी लगाए गए थे। पीरोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर और नवाबगंज स्थित जागेश्वर मंदिर में भी देर रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही। यहां तड़के 3:30 पर मंगला आरती के बाद पट खोले गए।
शिवालय पहुंचे भक्तों ने भगवान शिव का अभिषेक करने के लिए घंटों लाइन में लग कर इंतजार किया। शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद, गन्ने के रस आदि से भगवान का अभिषेक कर उनका श्रृंगार किया। जगह-जगह मंदिरों के बाहर भंडारे में लोगों ने भगवान का प्रसाद ग्रहण किया।
ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन शिवलिंग पर गंगा जल अर्पित करने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। बेलपत्र चढ़ाने से शिवजी का मस्तिष्क शीतल रहता है और वे भक्त की दरिद्रता दूर करते हैं।