रांची। माननीय राज्यपाल सी०पी० राधाकृष्णन एवं माननीय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन रांची के धुर्वा स्थित ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मंदिर रथयात्रा महोत्सव में सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर माननीय राज्यपाल एवं माननीय मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा एवं भाई बलभद्र की विधिवत पूजा-अर्चना कर झारखंड वासियों की सुख, समृद्धि, शांति, खुशहाली तथा प्रगति की प्रार्थना की। मौके पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य वासियों को भक्ति एवं समर्पण का पर्व रथयात्रा की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं
। इस अवसर पर सांसद संजय सेठ, विधायक नवीन जयसवाल सहित अन्य गणमान्य लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
बताते चलें कि भगवान श्री जगन्नाथ जी की मुख्य लीला-भूमि भारत के उड़ीसा राज्य का पुरी क्षेत्र जिसे पुरुषोत्तम पुरी, शंख क्षेत्र, श्रीक्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है। उत्कल प्रदेश के प्रधान देवता श्री जगन्नाथ जी माने जाते हैं। यहाँ के वैष्णव धर्म की मान्यता है
कि राधा और श्रीकृष्ण की युगल मूर्ति के प्रतीक स्वयं श्री जगन्नाथ जी हैं। इसी प्रतीक के रूप श्री जगन्नाथ से सम्पूर्ण जगत का उद्भव हुआ है। श्री जगन्नाथ जी पूर्ण परात्पर भगवान है और श्रीकृष्ण उनकी कला का एक रूप है। ऐसी मान्यता श्री चैतन्य महाप्रभु के शिष्य पंच सखाओं की है।
पूर्ण परात्पर भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा आषाढ़ शुक्ल द्वितीया को जगन्नाथपुरी में आरम्भ होती है। यह रथयात्रा पुरी का प्रधान पर्व भी है।
महा रथयात्रा में भाग लेने के लिए, इसके दर्शन लाभ के लिए हज़ारों, लाखों की संख्या में बाल, वृद्ध, युवा, नारी देश के सुदूर प्रांतों से आते हैं।