लाल रेत में बसा दुबई- रामानंद सैनी

अगर आपको ऐशो आराम की जिंदगी देखनी है तो आप दुबई जा सकते हैं l जो लाल बालू में फारस की खाड़ी पर एशिया महाद्वीप के पश्चिम में स्थित है l इसके दक्षिण में आबू धाबी, पूर्व में सरजाह और दक्षिण पूर्व में ओमान राज्य है l दुबई का क्षेत्रफल 4114 वर्ग किलोमीटर है l यह संयुक्त अरब अमीरात के 7 राज्यों में से एक है जहां पर क्राइम 0% है l आइए हम आप को स्वच्छ और अनुशासित शहर दुबई घुमाते हैं l
दुबई जाने के लिए हम दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 10 जनवरी को सुबह 4:30 बजे आबू धाबी एयरपोर्ट के लिए इत्तेहाद हवाई जहाज से रवाना हुए l 3:30 घंटे की यात्रा करने के पश्चात 8:00 आबू धाबी एयरपोर्ट पर अपने मित्रों के साथ उतरे l इस यात्रा में मैं अपनी धर्मपत्नी मंजू सैनी के अतिरिक्त 18 अन्य मित्रों के साथ गया था l जो भारत के विभिन्न राज्यों से आए हुए थे l यहां पर उतरने के बाद हम लोग एक बस के द्वारा आबू धाबी से लगभग 150 किलोमीटर दूर स्थित दुबई के लिए रवाना हुए l मार्ग के दोनों ओर हमें लाल बालू दिख रही थी यानी रेगिस्तान या फिर बहुत ही सुंदर दो मंजिला भवन की कॉलोनी l सड़के काफी चौड़ी और चिकनी थी l यहां पर मैंने परिवहन के बारे में देखा कि सभी गाड़ियां सड़क की बायीं ओर चल रही थी तथा गाड़ियों पर ड्राइवर सीट भी बायीं ओर थी l जबकि भारत में इसके उल्टा होता है l हमारी बस का ड्राइवर पाकिस्तानी था जो किसी भी दशा में पाक की बुराई नहीं सुनना चाहता था l हाँ नरेंद्र मोदी का प्रशंसक जरूर था l
मार्ग में वहां पर कोई भी वैसा गांव नहीं दिख रहा था जैसा कि हम कल्पना कर रहे थे या फिर जैसे गांव जैसलमेर के रेगिस्तान में देखने को मिलते हैं l थोड़ी दूर चलने के बाद हम लोग एक जगह रुके l वहां पर मैंने सबसे पहले राधा कृष्ण का मंदिर देखा l जो बहुत ही भव्य और साफ सुथरा था l भारत की तरह यहां भी मंदिर में कई देवी देवता विराजमान थे, यद्यपि भक्तों की संख्या कम थी l फिर सामने स्थित चर्च देखा , उसके बाद मंदिर के बगल में और चर्च के सामने स्थित गुरुद्वारा मे दर्शन किए l सभी साथियों के साथ मैंने भी गुरुद्वारा में लंगर का आनंद लिया l सच में इस प्रकार के धार्मिक स्थलों की मैंने कल्पना भी नहीं की थी कि दुबई जैसे शहर में जहां मुस्लिम आबादी हो वहां पर मंदिर, चर्च और गुरुद्वारा जैसे धार्मिक स्थल होंगे l सभी धर्मों का सम्मान होगा l लेकिन वहां के शेख और सरकार को मैं बधाई देना चाहूंगा कि सभी धर्मों के सम्मान में उन्होंने इन स्थलों का निर्माण कराया l सबसे बड़ी बात जो मैंने रीड की वह य़ह कि इन स्थलों पर विदेशियों के अलावा स्थानीय लोग बहुत कम थे l गुरुद्वारे में लंगर खाने और चाय पीने के बाद हम सभी लोग अपने होटल के लिए रवाना हुए l ठीक 1:00 बजे हम दुबई स्थित रिफ्लेक्शन होटल में पहुंच गए l स्वास्थ्य खराब होने के कारण मैं दवा खा कर नवीं मंजिल पर स्थित अपने कमरे में सो गया l फिर शाम को 4:00 बजे उसी बस से जिस पर मैं दुबई पहुंचा था बर दुबई, डेरा दुबई और अल्सेफ दुबई देखने के लिए पहुंचा l यह स्थल एक बहुत बड़ी कृत्रिम झील के किनारे स्थित है l जहां पर प्राचीन समय की दुबई की संस्कृति को दर्शाया गया था l पुराने भवन और वहां पर प्रचलित पुराने समय की चीजें दिखाई गई थी l मिट्टी के मकान, उस पर पड़े हुए छप्पर, बैलगाड़ी, कुए, रिक्शा, लालटेन और जीवन में उपयोग आने वाली वस्तुएं, वाद्य यंत्र, औजार, पोशाक इत्यादि ऐसी चीजें थी जो दुबई के इतिहास को दर्शा रही थी l यहां पर एक प्रकार से मेला जैसा लगा था l लेकिन दुकानों पर मिलने वाला सामान बहुत महंगा था l इसके अलावा उस झील की दूसरी तरफ आधुनिक दुबई के दृश्य विशाल भवन के रूप में देखे जा सकते थे l झील के किनारे लोकल नृत्य संगीत का आयोजन था l जहां पर हम लोगों ने 1 घंटे से अधिक उस संगीत को सुना l
हमारे टूर आयोजक हमीर भाई के ढाई वर्ष के बेटे अरहन ने खूब डांस और मस्ती की l सभी का आकर्षण बने बेटे ने यात्रा में चार चांद लगा दिए l शाम को उस समय ठंडी हवा चल रही थी l जो लोग कम कपड़े पहन कर गए थे उनकी हालत पतली थी l मैंने तो जैकेट पहन रखी थी जबकि एक कपल कम कपड़ो में गया था l जिसे अपनी भूल का एहसास हो रहा था l यहां पर हमारे मित्रों ने 3 से 4 घंटे तक अलशेफ दुबई में भ्रमण किया उसके बाद रात को क्रूज में बैठ कर के उस क्रत्रिम झील के चक्कर लगाए l झील के चारों ओर बने भवन और एलशेफ दुबई की पुरानी इमारतें लाइट में जगमगा रही थी l क्रूज के अंदर बेली डांस का आयोजन किया गया था l जिसे हम लोगों ने पहली बार देखा था l भोजन उसी के अंदर परोसा गया l हमारे साथ में गए साथी और अन्य यात्रियों ने खुद भी खूब डांस किया वह भी हिंदी फ़िल्मों के गाने पर l मुझे गोवा के क्रूज की याद आ गई l वह भी ऐसा ही था l जिसमें खाने पीने और मनोरंजन की व्यवस्था थी l यहां का क्रूज खूब सजा हुआ था l शाकाहारी भोजन करने के बाद हम लोग रात को 9:00 बजे अपने होटल वापस आ गए l

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