विधायक लोबिन हेंब्रम की बढ़ती लोकप्रियता से सरकार और प्रशासन 30 जून हुल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करा कर असफल कराने का षड्यंत्र कर रही है : विजय शंकर नायक

रांची
शासन और प्रशासन झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय मुख्य संयोजक विधायक लोबिन हेंब्रम के संथाल में बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर भोगनाडीह में 30 जून हुल दिवस के आयोजित कार्यक्रम को असफल कराने का षड्यंत्र कर रही है जिसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।

उपरोक्त बातें आज झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कही ।

इन्होंने यह भी कहा की भोगनाडीह में होने वाले सिद्धू – कान्हु के हुल दिवस के अवसर पर विभिन्न आदिवासी संगठनों एवं विधायक लोबिन हेंब्रम द्वारा आयोजित कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न कर जिला प्रशासन द्वारा मंच बनाने एवं टेंट, समियाना लगाने से रोकने की घटना को आक्रोशपूर्ण कड़े शब्दों में इसकी निंदा और भर्त्सना

करते हुए कहा की उक्त कार्यक्रम को असफल बनाने में जिला प्रशासन और सरकार पूरी तरह से हाथ धोकर पड़ी है जहां-तहां कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है ताकि कार्यक्रम को असफल किया जा सके ।

श्री नायक ने आगे कहा कार्यक्रम होने की सूचना विभिन्न आदिवासी संगठनों के द्वारा एवं विधायक लोबिन हेंब्रम के द्वारा साहिबगंज जिला प्रशासन को 25 जून को ही दी गई थी मगर बृहस्पतिवार को जब टेंट, समियाना एवं मंच निर्माण करने के लिए लोग आए तो जिला प्रशासन के लोगों ने मंच ,टेंट, समियाना बनाने से उसे रोका गया जो आदिवासी हित में नहीं है

एवं प्रशासन हिटलर शाही है लोकतांत्रिक ढंग से शांति पूर्वक कार्यक्रम को नहीं होने देने से रोका गया रोका जा रहा है फिर भी तय कार्यक्रम किए जाएंगे और सरकार और प्रशासन की जो मंशा है वह फेल होगी और हजारों लाखों की संख्या में लोग उस कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बना कर सरकार एवं जिला प्रशासन के मुंह पर तमाचा मारने का काम करेंगें ।
श्री नायक ने आगे कहा कि सरकार और प्रशासन अब हिटलर शाही पर उतर आई है वह अपने विरोधियों को दबाना चाह रही है लोकतांत्रिक ढंग एवं शांतिपूर्ण तरीके से किए जा रहे कार्यक्रमों पर बाधा उत्पन्न कर रही है जो झारखंड के हित में नहीं है

क्योंकि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से किसी भी कार्यक्रम को सरकार एवं प्रशासन के द्वारा रोका नहीं जा सकता मगर सरकार के मुखिया के इशारे पर इस कार्यक्रम को रोकने का एक असफल प्रयास किया गया है जो संथाल परगना की जनता देख रही है और संंथाल परगना में इस घटना से सभी आदिवासी समाज एवं आदिवासी संगठनों में व्यापक आक्रोश सरकार के खिलाफ एवं प्रशासन के खिलाफ देखा जा रहा है जो 2024 के चुनाव में इसका सरकार के खिलाफ देखने को मिलेगा ।

भवदीय
हस्ताक्षर
(विजय शंकर नायक)
केंद्रीय संयोजक
झारखंड बचाओ मोर्चा
पूर्व विधायक प्रत्याशी

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