जब-जब धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुई तब-तब परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना कीअलीगंज।विकासखंड अलीगंज के किन्नौड़ी खैराबाद स्थित जाहरमई देवी मंदिर परिसर में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है।चौथे दिन सोमवार को कथावाचक अनुराग महाराज की ओर से भगवान कृष्ण के जन्म प्रसंग का बड़ा सुन्दर वर्णन किया गया।इस दौरान जाहरमई देवी मंदिर परिसर में भक्ति की रस धारा खूब बही और धूमधाम से भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया मानों पुरा माहौल वृंदावन सा हो गया। बताया कि जब-जब भी धरती पर आसुरी शक्ति हावी हुई, परमात्मा ने धर्म की रक्षा के लिए अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना की। मथुरा में राजा कंस के अत्याचारों से व्यथित होकर धरती की करुण पुकार सुनकर नारायण ने कृष्ण रूप में देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्म लिया और धर्म और प्रजा की रक्षा कर कंस का अंत किया।श्रीकृष्ण जन्म का प्रसंग सुनाते भागवत के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा का वर्णन किया बताया कि ईश्वर के चौबीस अवतारों में से प्रमुख भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र से मर्यादा और श्रीकृष्ण चरित्र से ज्ञान, योग व भक्ति की प्रेरणा लेकर जीवन को धन्य करना चाहिए।जीवन में भागवत कथा सुनने का सौभाग्य मिलना बड़ा दुर्लभ है। जब भी हमें यह सुअवसर मिले, इसका सदुपयोग करना चाहिए।कथा सुनते हुए उसी के अनुसार कार्य करें। कथा का सुनना तभी सार्थक होगा, जब उसके बताए हुए मार्ग पर चलकर परमार्थ का काम करेंगे।इस अवसर पर कार्यकारिणी के सदस्य मानसिंह, शीतल यादव, शिवराज सिंह, ब्रजराज सिंह, रामवीर सिंह, बृजेश एडवोकेट, सुरजा देवी, राकेश, किरण देवी और करण सिंह यादव सहित अनेकों भक्तगण मौजूद रहे।दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश