सोच के विपरीत मिला दुबई-रामानंद सैनी

जब मैंने दुबई यात्रा की प्लानिंग की थी तब मेरी दृष्टि में दुबई एक मुस्लिम राष्ट्र था l वहां के नियम कानून इतने सख्त थे कि मुझे लगता था कि मैं वहां पर जाकर के कहीं पर फंस न जाऊं l वहां का रहन सहन, धार्मिक स्थल, आजादी और लोगों के बारे में जो मैंने सोच रखा था, वह उस के विपरीत मुझे दुबई में देखने को मिला l जब मैंने आबू धाबी एयरपोर्ट पर एरोप्लेन से अपने कदम उतारे, तो वहां जगह जगह पर मुझे हिंदी बोलने वाले मिले l जबकि मैं सोच रहा था कि दुबई में कहीं भाषा की समस्या न हो जाए l लेकिन दुबई में भाषा की कोई समस्या नहीं है l वहां पर मूलतः अरबी भाषा बोली जाती है, अंग्रेजी बोली जाती है और हर तीन या चार बंदे में एक बंदा आपको हिंदी बोलते हुए मिल जाएगा l दुबई को एक राष्ट्र समझा था जबकि दुबई कोई राष्ट्र नहीं है बल्कि यूनाइटेड अरब अमीरात का एक राज्य है l जिसकी राजधानी आबू धाबी है l यूनाइटेड अरब अमीरात में कुल 7 राज्य हैं, जिन्हें अमीरात कहा जाता है l मैंने सोचा था कि दुबई में मुस्लिमों के अलावा कोई दूसरी जाति के लोग नहीं रहते होंगे और वहां पर मस्जिद के अलावा कोई दूसरा धार्मिक स्थल नहीं होगा l लेकिन आबू धाबी एयरपोर्ट से निकलने के बाद जैसे ही मैं वहां से 150 किमी दूर स्थित दुबई की ओर रवाना हुआ तो मुझे रास्ते में एक ही जगह पर मंदिर, गुरुद्वारा और चर्च यह तीनों धार्मिक स्थल मिले l सबसे पहले मैं राधा कृष्ण मंदिर में गया, उसके बाद सामने स्थित चर्च में गया और फिर मंदिर के बगल में स्थित गुरुद्वारे में गया l जहां पर मैंने दोपहर का लंगर भी लिया, चाय पी और फिर वहां से दुबई के लिए प्रस्थान किया l मैंने देखा यह तीनों धार्मिक स्थल एक ही स्थान पर थे l सभी को अपने धर्म के हिसाब से पूजा पाठ करने की पूरी आजादी थी l दुबई पहुंचने के बाद मैंने वहां की जो साफ सफाई और यातायात के नियमों को देखा वह वास्तव में गजब के थे l ऐसी सफाई और यात्रा के नियम भारत में बिल्कुल नहीं है l पूरी दुनिया के लोग दुबई घूमने जाते हैं l यहां पर मीना बाजार और गोल्ड सुक में मैंने इलेक्ट्रॉनिक और सोने की दुकानों को देखा l मुझे बताया गया कि यहां पर भारत की तुलना में बहुत सस्ता सामान मिलता है l क्योंकि वहां पर जो भी मार्केटिंग होती है वह टैक्स फ्री होती है l दुनिया भर के लोग यहां पर मोबाइल, लैपटॉप, घड़ी और सोना चांदी खरीदने के लिए आते हैं l लेकिन एक निश्चित मात्रा में ही आप वहां से यह सामान ला सकते हैं l अगर जरूरत से ज्यादा लाएंगे तो एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के द्वारा दबोच लिए जाएंगे l मैंने यह पढ़ा था और लोगों के मुंह से सुना था कि वहां पर हाथ में हाथ मिला कर के आदमी और पुरुष को टहलना मना है l समुद्र में कम कपड़ों को पहनकर के नहाना मना है l लेकिन जब मैं बर दुबई घूमने गया तो वहां पर अधिकांश लोग हाथ में हाथ मिला कर के घूम रहे थे और समुद्र पर लगभग नग्न अवस्था में विदेशी लोग स्नान कर रहे थे l इस प्रकार वहां पर जो कुछ मैंने देखा वह हमारी सोच से भिन्न था l डेजर्ट सफारी के दौरान मैं सोच रहा था कि ऊंट पर बैठ करके मुझे सफेद बालू पर घूमने का मौका मिलेगा l लेकिन ऐसा न हो करके वहां पर लाल रेत में और चार पहिया की गाड़ी में बैठ कर के घूमने का अवसर मिला l वहां का फायर डांस और बेली डांस अद्भुत तथा दर्शनीय था l जबकि मेरे यहां का डांस फिल्मी गानों पर होता है l जैसा डांस मैंने सोचा था उससे बहुत अच्छा डांस देखने को मिला l क्रूज में बैठ कर के कृतिम झील में हम लोगों ने यात्रा की l कोई भी आदमी वहां पर मदिरा नहीं पी सकता था और बेली डांस का आनंद लिया l अभी तक मैं यह सोचा करता था कि दुबई में खूब पेट्रोल होता होगा और उसी के पैसे से वह धनी होगा l लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुबई में पेट्रोल बिल्कुल नहीं होता है l वहाँ पर 2.65 दिरहम प्रति लीटर पेट्रोल बिकता है l दुबई का दुबई माल, म्युजियम, क्रिकेट स्टेडियम, शेख मोहम्मद का महल, दुबई मरीना, दुनिया का एकमात्र सेवन स्टार होटल, दुबई फ्रेम, स्काई व्यू, बुर्ज खलीफा भवन आदि सब कुछ अद्भुत था l इस प्रकार जो मनोभावनाएं हमारी दुबई के प्रति थी वह बिल्कुल भिन्न थी l

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