जब पानी में डूबने से मौत हुई तो उसके मुँह पर चोट के निशान कहा से हो गये—-
अलीगंज/एटा! अलीगंज सर्किल के थाना राजा का रामपुर के ग्राम नगला रट्टा में बीते दिवस एक छात्रा का शव तालाब में मिला था मृतका का जब शव तलाव से वाहर निकाले तो उसके चेहरे पर चोट के निशान थे वही एटा में शव गृह में डॉक्टरों के पेनल ने उसकी मौत पानी में डूबने से होना बताई है। चूकिं जब उसकी मौत पानी में डूबने से हुई है तो उसके चेहरे पर चोट के निशान कहा से आ गये। इस घटना को लेकर ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चा है।
कुछ लोगो का कहना है कि जब घर में शौच करने के लिए शौचालय बना हुआ है तो वह घर के बाहर रात में बिना डर के कैसे चली गयी। वही परिजन भी अपनी बेटी की मौत को लेकर कोई रिस्क नही लेना चाह रहे थे। परिजन ने वही मान लिया जो रिपोर्ट पीएम में निकली। अब सवाल इस बात का उठता है कि मृतका के चे हरे पर चोट व रक्त के निशान इस बात की हकीकत दर्शा रहे है कि घटना से पूर्व उसके चेहरे पर नोचने व पीटने जैसी घटना प्रतीत हो रही है। यदि पुलिस मामले को गम्भीरता से जांच करें तो हकीकत और ही सामने होगी।
: ये था मामला—
अलीगंज!अलीगंज सर्किल के थाना राजा का रामपुर क्षेत्र के ग्राम नगला रट्टे में बीते दिवस भावना पुत्री आसाराम की 17 वर्षीय बेटी की बर्बरता के चेहरे पर निशान सहित एक तालाब में मिली थी।इस घटना से परिजनों सहित ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया था।वही शव को तालाब से वरामद भी कर लिया गया लेकिन परिजन अपनी बेटी की मौत को लेकर कोई कार्यवाही नही करना चाह रहे थे।वही स्थानीय पुलिस भी कार्यवाही करने से बच रही थी।
किसी ने उक्त घटना का ट्वीट किया ट्वीट करने के बाद मामले में सीओ अलीगंज सुधांशु शेखर व जसरथपुर थाना प्रभारी संजय पाल राघव पहुँचे। वही स्थानीय पुलिस मूक बनी रही। वरहाल इस घटना से पीएम रिपोर्ट किसी के गले नही उतर रही हैं।
जिस तरीके से घटना को अंजाम किसी ने दिया है।पर्दाफाश किया जाये। ऐसी ही घटना अलीगंज के ग्राम झकरई में घटित हुई।अब छात्राओं के साथ इस तरीके के मामले सामने आएंगे तो फिर कानून व्यवस्था कैसी है।इस तरह कोई भी शातिर इस तरह की घटना को अंजाम देकर तमाशा बीन बन जाता है।
इस तरह की घटनाओं को लेकर अन्य स्कूलों में पढ़ने बाली छात्राओं में भी ख़ौफ़ बढ़ता जा रहा है।यदि पुलिस चाहे घटना का पर्दाफाश कर सकती है चाहे घटना नगला रट्टे की हो या फिर झकरई की।लेकिन अपराधी को हर बार क्यों बचाया जाता है। यह सब सवालों में ही सब उलझ जाता है।