झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन की राज्य समिति भंग, संचालन समिति गठित
संवाददाता
रांची : भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (बीएसपीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय के निर्देश के आलोक में राज्य प्रभारी चंदन मिश्र द्वारा बीएसपीएस की झारखंड राज्य इकाई झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (जेजेए) की समिति को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। इसके साथ ही नई कमेटी का गठन होने तक समन्वय समिति का गठन किया गया है, जो प्रदेश कमेटी का संचालन करेगी। समन्वय समिति में बृज भूषण सिंह, संपूर्णानंद भारती, विष्णु शंकर उपाध्याय, शंभु नाथ श्रवण एवं डॉ राजेश कुमार लाल दास शामिल किए गया हैं।
कहा जा रहा है कि इस तरह कतिपय लोगों द्वारा जेजेए संगठन को तोड़ने के लिए उत्पन्न किए गए विवाद का पटाक्षेप हो गया है। इससे पूर्व जेजेए के राज्य प्रभारी चंदन मिश्र बीएसपीएस की राष्ट्रीय समिति को निवर्तमान अध्यक्ष द्वारा उत्पन्न की गई परिस्थिति से उत्पन्न विवाद की विस्तृत जानकारी देते हुए राज्य समिति को भंग करने की सिफारिश की गई थी। इसके तुरंत बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय ने बीएसपीएस की झारखंड राज्य इकाई झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (जेजेए) के सभी सदस्यों के नाम एक वीडियो संदेश जारी किया गया। अपने संदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बीएसपीएस की झारखंड राज्य इकाई झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन की 5 नवंबर को गढ़वा के बंशीधर नगर में हुईं बैठक में मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अपना संदेश दिया था। इसका उद्देश्य केवल एक ही था पत्रकारों को एकजुट करना….. एकजुट रखना। दुर्भाग्यवश कुछ वैचारिक मतभेद सामने आए थे, जिसे लेकर वयक्तिगत तौर पर मैंने कहा था कि किसी की भावना आहत हुई हो तो मैं खेद प्रकट करता हूं। कायदे से इस प्रकरण का यहीं पटाक्षेप हो जाना चाहिए था जो नहीं हुआ, जो अत्यंत दुखद है…… पीड़ादायक है। इससे भी अधिक पीड़ा की बात यह है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मेरे वक्तव्य को गलत तरीके से संगठन विरोधियों को लाभ पहुंचाने के लिए उपयोग किया गया। राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज हसन के निष्कासित करने की बात हास्यास्पद है एवं इस कृत्य की मैं कड़ी निंदा करता हूं। साथ ही यह भी स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि किसी प्रांतीय पदाधिकरी के पास राष्ट्रीय पदाधिकारी को बर्खास्त करने का कोई अधिकार नहीं है। अत: बर्खास्तगी की बात स्वत: ख़ारिज हो जाती है। जिस तरह की परिस्थितियां उत्पन्न कर संगठन विरोधियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, राष्ट्रीय कमेटी इन परिस्थितियों में सख्त निर्णय लेने को बाध्य है। इस बाबत झारखंड प्रभारी चंदन मिश्र की अनुशंसा को स्वीकृति प्रदान करते हुए तत्काल प्रभाव से झारखंड प्रदेश कमेटी को भंग किया जाता है। संगठन विरोधी गतिविधियों को जो लोग हवा दे रहे हैं, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। झारखंड प्रभारी चंदन मिश्र को यह निर्देशित किया जाता है कि तत्काल प्रभाव से झारखंड प्रदेश कमेटी को भंग करने की घोषणा करते हुए एक समन्वय समिति गठित करें, ताकि संगठन का कार्य सुचारु रूप से चलता रहे।