सांड के आतंक से परेशान अलीगंज क्षेत्रवासी छुट्टा सांडों पर नहीं प्रशासन की कोई लगाम आए दिन कोई न कोई सांडों की चपेट में आकर होते रहते हैं जख्मी

अलीगंज। विकासखंड अलीगंज व आस पास के इलाको में आवारा सांडों के आतंक से लोग परेशान हैं, छुट्टा सांडों की दहशत से लोग घर से बाहर निकलते हुए डरते हैं, कोई भी चौराहा हो, सड़क हो या कोई भी गली हो आपको सांड मिल ही जायेंगे और आप उनके सामने से निकल भर जाएँ तो अपनें सींग आपकी ओर ज़रूर घुमायेंगे और मुंह से आवाज़ निकाल कर आपको डरायेंगे अगर आप चुपचाप निकल गए तो ठीक, कहीं आपने आँख उठाकर उन्हें देख लिया तो फिर आपकी शामत तय है। सांड आपको दौडाकर ही छोड़ेंगे। यही नहीं कुछ सांड तो इतने ढीठ हैं कि बिना कुछ बोले ही अचानक हमला कर देते हैं।

अलीगंज क्षेत्र के आस पास के लोगों ने बताया कि अब तक ये सांड काफी लोगों को चुटैल कर चुके है व सड़क पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्थिति तब अधिक भयावह हो जाती है जब ये सांड आपस में लड़ते हैं और इस तरह से लड़ते हैं कि रास्ते में आने वाले किसी भी इंसान को जख़्मी व जान पर बन आ सकती हैँ। किसी की दुकान हो या कोई सडक पर अपना ठेला लागाये हो सभी इनका शिकार होते रहते हैं चाहे सड़क हो, चौराहा हो, भीड़-भाड़ हो या किसी मोहल्ले की गली हो इनका तांडव हर जगह पर होता ही रहता है जिससे ज़िन्दगी और मौत पर कब बन आए इसकी कोई गारंटी नहीं है। कहीं बाहर जाना हो तो कई बार सोचना पड़ता है कि कैसे बाहर जाएँ क्यूंकि हर गली व हर चौराहे पर ये छुट्टा सांड कब किसे अपना निशाना बना दे कुछ कहा नहीं जा सकता सबसे ज्यादा तो ये सांड वृद्ध, महिलाओं व बच्चों के लिए खतरा बने हुए है।

अस्पतालों में देखने को मिल जायेगे मामले

भीड़-भाड़ व आबादी वाले इलाके में घूम रहे ये आवारा सांड कभी भी किसी की भी जान लेने पर गुरेज नहीं करते हैं। ऐसे केस अक्सर सरकारी वा निजी अस्पताल में देखने को जाते हैं। केल्ठा चौराहा, रोडवेज बस स्टैंड, डीएवी कालेज सहित उसके आस-पास इन सांडों का आये दिन आतंक देखने को मिल ही जाता है।

यातायात में बाधा डालते हैं छुट्टा सांड

शहर के मुख्य चौराहों, बस-अड्डा व सड़कों पर सांड खड़े होकर यातायात को प्रभावित करते हैं, जिससे एक्सीडेंट होने की सम्भावना हमेशा बनी रहती है व आम जन को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। प्रशाशन इन सब बातों से अनजान बन इनके संरक्षण व इन्हें पकड़ने के लिए कोई कठोर कदम उठाने को तैयार नहीं दिख रहा है। चूंकि ये मामला काफी गंभीर व लोगों के जीवन से जुड़ा है।
अब देखना है कि इसपर प्रशासन क्या रवय्या अख्तियार करता है?

इस समय खेतों में आलू सहित अन्य फसल है जानवर खेतो में घुस जाते हैं और नुकसान कर देते है।इन जानवरों को कहाँ तक रखाये जाये।
कन्हैया लाल यादव ग्राम सोहंनगर अलीगंज।
सड़को के अलावा खेतो में खड़ी फसलो को वर्वाद करते ये जानवर नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में गौशाला व्यर्थ ही सावित हो रही है।वही प्रशासन भी गहरी नींद में सो रहा है।
रामप्रकाश अलीगज
तहसील स्तर पर अभियान चल रहा है।बीडीओ व अन्य लोग आवारा जानवरो को पकड़वा रहे हैं रिपोर्ट भी दे रहे हैं। किनोड़ी खेराबाद में नई गौशाला के लिये बजट रिलीज हो गया है। जल्द व्यवस्था की जायेगी।
अनिल कुमार सीवीओ
एटा
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *