अलीगंज। अलीगंज क्षेत्र में ई-खसरा पड़ताल (डिजिटल क्राप सर्वे) योजना के अंतर्गत रबी सत्र 2024 में जियोरिफरेसिंग किये गये शत प्रतिशत गाटों में डिजिटल काप सर्वेक्षण के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
प्रदेश में वर्तमान (1431 फसली) खरीफ सत्र में ई-खसरा पड़ताल (डिजिटल क्राप सर्वे के अन्तर्गत पड़ताल का कार्य भारत सरकार द्वारा विकसित मोबाईल एप के माध्यम से डिजिटल रूप में प्रदेश के 21 जनपदों में शत-प्रतिशत एंव अवशेष 54 जनपदों के 10 राजस्व ग्रामों सम्पादित किया गया है जिसके तहत अलीगंज तहसील सभागार में प्रधान सहायकों को डिजिटल सर्वे के बारे में जानकारी दी गई। पूर्व में लेखपाल कानून को द्वारा खरीफ मेनू में सर्वेप्राप्त किया जा रहा था अब डिजिटल का सर्वे एप के माध्यम से ग्राम पड़ताल के मोबाइल के माध्यम से की जाएगी।
एप के द्वार उक्त गाटा में उगी खड़ी फसल के नाम उसका रकवा आंसर में दर्ज होगा लेखपाल पंचायत सहायक कृषि विभाग के टीएसी पड़ताल करेंगे। एक कर्मचारी को 2250 के लगभग गाटा की पड़ताल करनी है पड़ताल करने का मानदेय भी मिलेगा 750 रुपए नेट की पैसे हजार रुपए पावर बैंड के लिए मिलेंगे केवल कृषि योग भूमि के लिए खरीफ फसलों का विवरण एवं रखवा दर्ज होगा लेखपाल कर्मचारियों को खेत पर जाना ही होगा जिससे गलत सर्वे नहीं किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद भारत सरकार मिलकर खसरा पड़ताल को प्रमोट करेंगे तीन सीटों के फसल के फोटो खींचकर अपलोड करेंगे। प्रदेश में वर्तमान (1431 फसली) खरीफ सत्र ई-बसरा पड़ताल ( डिजिटल क्राप सर्वे) हेतु चलाए गए पायलट की सफलता के उपरान्त शासन स्तर से प्रदेश के समस्त 75 जिलों के जियोरिफरेंसिंग किये गये शत-प्रतिशत गाटों में आगामी रबी सत्र में एप के माध्यम से ई-खसरा पड़ताल (डिजिटल क्राप सर्वे कराये जाने का निर्णय लिया गया है। रबी सत्र 01 जनवरी से 15 फरवरी तक संचालित होता है ऐसे में मुख्य सचिव में वीडियो कांफेसिंग में दिए गए निर्देश के क्रम में डिजिटल काप सर्वे में कार्य करने वाले कार्मिकों को सत्र प्रारंभ होने से पूर्व प्रशिक्षित किया जाना अपरिहार्य है।
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश