आई पी एस आलोक की नियुक्ति से कानपुर जोन के अपराधी ,माफिया और भ्रष्ट पुलिस कर्मी भयभीत
कानपुर जोन के अंतर्गत आने वाले कानपुर देहात, इटावा ,औरैया, कन्नौज ,फतेह गढ़ जालौन ,ललितपुर और झांसी के माफिया अपराधियों के खिलाफ चलेगा प्रभावी अभियान
सुनील बाजपेई
कानपुर | कानपुर जोन के अंतर्गत आने वाले आठ जनपदों कानपुर देहात, इटावा ,औरैया, कन्नौज ,फतेह गढ़ जालौन ,ललितपुर और झांसी में पुलिस और माफियाओं के गठजोड़ के साथ ही संगठित अपराधियों को भी सबक सिखाने की तैयारी कर ली गई है। इस नये साल मेंं उनकी कमर हर हाल में तोड़ी जायेगी।
यहां अपर पुलिस महानिदेशक का कार्यभार ग्रहण करने के बाद वरिष्ठ आई पी एस आलोक सिंह ने कहा कि अपराधियों और माफियाओं को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। गैंगस्टर्स को भी जड़ से खत्म किये जाने की भी बात कहते हुए नए अपर पुलिस महानिदेशक आलोक सिंह ने देश, प्रदेश और जोन वासियों को नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं और कहा कि गैंगस्टर्स को भी जड़ से खत्म किया जायेगा। साथ ही पुलिस छोटे -छोटे अपराध पर भी नजर रखेगी।
कानपुर जोन के अंतर्गत आने वाले कानपुर देहात, इटावा ,औरैया, कन्नौज ,फतेह गढ़ जालौन ,ललितपुर और झांसी में कानून और शांति व्यवस्था के पक्ष में अपराधियों के खिलाफ प्रभावी मोर्चा खोल चुके और किसी भी तरह के अन्याय के खिलाफ शुरू से ही सफल जुझारू तेवरों वाले लोकहित में निर्दोष फंसे नहीं और अपराधी बचे नहीं जैसी विचारधारा के अनुरूप शांति और कानून व्यवस्था के खिलाफ हर स्तर की अनुचित सिफारिशों को भी जूते की नोक पर मारने के लिए भी चर्चित पीड़ितों की सहायता करते हुए कानून व्यवस्था के पक्ष में माफियाओं और हर तरह के अपराधियों के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ संख्या में कार्रवाई के साथ ही कोरोना काल के दौरान भी लोगों की हर तरह से हर संभव सहायता करके पुलिस को लोगों के बीच प्रशंसा का पात्र बनाने का भी पूर्ण श्रेय नोएडा के पहले सफल पुलिस कमिश्नर के बाद अब चिनौती पूर्ण कानपुर जोन के नये एडीजी बनाये गये देश प्रदेश के कर्तव्य निष्ठ और बेहद ईमानदार आईपी एस अधिकारियों में से एक भगवान और भाग्य यानी कर्म भरोसे रहने वाले उन्हीं जुझारू आलोक सिंह को जाता है ,जिनकी कर्तव्य के प्रति पूर्ण निष्ठा, जिनकी इमानदारी, जिनकी निष्पक्षता, जिनकी पारदर्शिता, जिनकी अभूत पूर्व नेतृत्व क्षमता, जिनकी अदम्य साहस वाली कर्मठता, जिनकी निडरता और जिनकी कठोर परिश्रम शीलता ने अपने कर्तव्य का पालन करने में कसर नहीं रखी। यही नहीं कानपुर जोन का एडीजी बनाये जाने से पूर्व नोएडा के पहले सफल पुलिस कमिश्नर के अपने प्रशंसनीय कार्य काल के दौरान कोरोना वायरस के खिलाफ सफल लडाई में भारत के इतिहास में पहली बार पुलिस का मानवीय चेहरा भी निखार कर बाहर लाने का भी श्रेय मानवीय दृष्टिकोण के भी प्रबल पक्षधर आईपीएस आलोक सिंह के बेहद कुशल नेतृत्व को ही जाता है।
पुलिस सूत्रों की नजर में भारतीय पुलिस सेवा में आने के बाद राष्ट्रपति तक के गोल्ड और प्लेटिनम समेत सभी तरह के मेडलों और पुरस्कारों के रुप में अनेक दुर्लभ उपलब्धियों के विरले धारक कानपुर जोन के नये एडीजी स्वाभिमानी स्वभाव के परोपकारी आई पी एस आलोक सिंह के अब तक के जुझारू कार्यकाल के विवेचन से यह भी साबित होता है कि हालात चाहे जैसे रहे हों लेकिन आई पी एस अधिकारी के रुप में स्पष्टवादी और परोपकारी स्वभाव के एडीजी आलोक सिंह ने अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा और ईमानदारी के साथ समझौता आज तक नहीं किया। पीड़ित को जो गले लगाते ,अपराधी को सबक सिखाते। जनसेवा के महा पुजारी, हैं आलोक सिंह कहलाते। जैसे स्लोगन, नारे भी उनकी लोकप्रियता को प्रमाणित करते हैं।
फिलहाल लोकहित में अपनी धुन के पक्के आईपीएस आलोक सिंह की नियुक्ति के बाद कानपुर जोन के अपराधी माफियाओं और भ्रष्ट पुलिसकर्मी भी भयभीत हैं |