Tata Motors : TMWU, श्रम विभाग एवं TMM के बीच महत्वपूर्ण समझौता; प्रत्येक वर्ष 900 कर्मचारियों का होगा स्थायीकरण।

कर्मचारी हित में किए गए महत्वपूर्ण समझौते – टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन, टाटा मोटर्स प्रबंधन एवं श्रम विभाग झारखंड सरकार तीनों के बीच गणतंत्र दिवस के एक दिन पूर्व महत्वपूर्ण समझौता संपन्न हुई। पिछले कुछ दिनों से चल रही वार्ता के दौरा का आज समझौता के रूप में समापन हुआ। बताते चले की समझौते में प्रबंधन की ओर से वी पी विशाल बादशाह, प्लांट हेड रविंद्र कुलकर्णी, एचआर हेड मोहन गंट, ई आर हेड सौमिक राय, लीगल हेड श्रीवर्धन, झारखंड सरकार की ओर से श्रमायुक्त एवं उपश्रमायुक्त, यूनियन की ओर से अध्यक्ष गुरमीत सिंह, महामंत्री आरके सिंह, सलाहकार प्रवीण सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष अनिल शर्मा व संयुक्त महामंत्री अजय भगत समझौते के बैठक में शामिल हुए। वहीं यूनियन के अधिकारियों के संग सैकड़ो की संख्या में मजदूर, अस्थाई साथी रांची पहुंचे हुए थे।

एक नजर समझौते के मुख्य बिंदुओं पर:-

@ प्रत्येक वर्ष 900 अस्थाई कर्मचारियों का स्थाईकरण होगा जो की हर तिमाही के 225 कर्मचारी होंगे।
@ स्थाई होने वाले कर्मचारी का स्थानांतरण नहीं होगा।
@ वार्ड रजिस्ट्रेशन पूर्व के भांति चालता रहेगा।
@ नई नियोजन के लिए एम्पलाई वार्ड को अप्रेंटिस के माध्यम से प्रवेश मिलेगा।
@ अप्रेंटिस के उपरांत कम्पनी खर्चे पर डिप्लोमा कराया जाएगा। डिप्लोमा के उपरांत नियोजन किया जाएगा।
@ यदि कर्मचारी पुत्र या पुत्री आगे पढ़ना चाहे तो डिग्री तक की पढ़ाई कंपनी के तरफ से कराई जाएगी।प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए सलाहकार प्रवीण सिंह ने कहा टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन लगातार यह प्रयास में रहती है कि मजदूर हित के कार्यों को किया जाए। आज 3 वर्षों के अंदर 2700 मजदूरों का स्थाईकरण कर इतिहास रचा गया है पर दुख की बात यह है आज भी कुछ लोग खुद को नेता बनने की कोशिश में श्रमायुक्त महोदय को चिट्ठी लिखने का काम किए है कि उन्हें शामिल किया जाए नहीं तो इस औद्योगिक विवाद को ट्रिब्यूनल में भेज दिया जाए। आप समझ सकते हैं यदि कोर्ट कचहरी का मामला पड़ता तो मजदूरो के भविष्य के लिए कितना घातक साबित होता! ऐसे लोगों की जितनी भी निंदा की जाए कम है। महामंत्री आरके सिंह ने अपने संबोधन में कहा हम लोगों ने सभी अस्थाई कर्मियों के लिए सीनियरिटी के आधार पर हर तिमाही में 225 लोगों को स्थायीकरण करने का समझौता किया है। लगभग 3 वर्षों में सभी अस्थाई कर्मी स्थाई हो जाएंगे। स्थाई होने के उपरांत जो स्थानांतरण का डर था वह भी समाप्त हो गया।वहीं एक महीने के अंदर अप्रेंटिसशिप की बहाली ली जानी है। महामंत्री आरके सिंह ने समझौते के लिए वी पी विशाल बादशाह, प्लांट हेड रविंद्र कुलकर्णी, एचआर हेड मोहन गंट, ई आर हेड सौमिक रॉय, लीगल हेड श्रीवर्धन, सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर श्रमायुक्त श्री बेसरा व उपश्रमायुक्त महोदय को हृदय से धन्यवाद दिया। वहीं अध्यक्ष महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि सभी अस्थाई कर्मचारी यूनियन के साथ खड़े होकर हम लोगों को लगातार ताकत देने का काम किए हैं और अब यह सारे लोग स्थाई होने के साथ ही यूनियन के सदस्य के रूप में भी हम लोग से कदम से कदम मिलाकर कार्य करने का काम करेंगे; मौके पर भारी संख्या में पधारे महिला एवं पुरुष कर्मचारियों का उन्होंने हृदय से धन्यवाद दिया।विशेष संवाददाता धनंजय कुमार (7857826506) की रिपोर्ट।

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