जमशेदपुर अभिभावक संघ के प्रेसिडेंट डॉ उमेश कुमार सिंह ने जिला शिक्षा अधीक्षक सह नोडल पदाधिकारी, आर.टी.ई
पूर्वी सिंहभूम से मांग किया है कि जमशेदपुर शहर के सभी निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्राईवेट टियूशन लेने पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए। पत्र में उन्होंने दिखाया कि आर टी ई अधिनीयम 2009 कि धारा 28 में स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के संबंध में स्पष्ट आदेश दिए गए है कि “No teacher shall engage himself or herself in private tution or private teaching activity.” उन्होंने बताया कि जमशेदपुर शहर के निजी स्कूलों में कक्षा IX और XI में इसी सत्र 2023-24 में कुल मिलाकर 2000 से भी ज्यादा बच्चे फेल हुए हैं।
इन बच्चों के फेल होने में स्कूल के अलग-अलग विषय के शिक्षकों द्वारा प्राइवेट टियूशन लेना भी एक अहम् कारण सामने आया है क्योंकि इन शिक्षकों द्वारा जितनी मेहनत स्कूल के क्लास के बच्चों पर करना चाहिए वैसा न करके शिक्षक अपने टियूशन क्लास में बच्चों पर ज्यादा ध्यान देते हे और अपने टियूशन क्लास के बच्चों को ऐसे नोट्स भी उपलब्ध कराते है कि परीक्षा में आने वाले अधिकतर प्रश्न उस नोट्स से टैली कर जाते हैं।
ऐसे में टियूशन लेना बच्चों कि मजबूरी बन जाती है। ऐसे में बच्चे जरुर अपने परीक्षा में पास तो हो जाते है पर उन बच्चों का असल पढ़ाई का आधार कमजोर होता जाता है।
वे बोले ऐसे में जमशेदपुर अभिभावक संघ सादर मांग करता है कि आर टी ई अधिनियम 2009 कि धारा 28 के प्रावधान के तहत निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्राइवेट टियूशन लेने पर पूरी तरह से रोक लगाने की आदेश पारित की जाए।