पेयजल योजना के करोड़ों रुपये जमीं निगल गई या आसमां
उरुवा प्रथम पेयजल समूह योजना का मामला, सात वर्ष बाद भी नही हुई सफाई,निर्माण में खानापूर्ति
पत्रकार आशुतोष सिंह मांडा/ डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो चीफ नवयुग समाचार
प्रयागराज: उरुवा प्रथम पेयजल समूह योजtना के मरम्मतीकरण हेतु वर्षो पूर्व सांसद विधायक ने करोड़ों रुपये का शिलान्यास कर अबिलब निर्माण, साफ सफाई सहित नियमित जलापूर्ति हेतु निर्देशित किया था। लेकिन योजना के करोड़ों रुपये जमीं निगल गई या आसमां। यह हर किसी की समझ के परे है।
उल्लेखनीय है कि लक्षन चौकठा (भरारी) इलाके में स्थापित उरुवा प्रथम पेयजल समूह योजना से ऊँचडीह, सोनाई, कोढनिया,भरारी, लक्षन चौकठा,आंधी, कपूरी, भरुही समेत दर्जनों गांवों को जलापूर्ति मुहैया कराई जाती है। इसके मरम्मतीकरण हतु सरकार ने 117.30 लाख (एक करोड़ सतरह लाख तीस हजार) धनराशि दिया। इसका सांसद रीता बहुगुणा जोशी एवम मेजा की तत्कालीन विधायक नीलम करवरिया ने वर्ष 2021 में शिलान्यास कर ग्रामीणों कक हर घर नल जल योजना पहुचाने का भरोसा दिलाया। लेकिन योजना की व्यवस्था आज भी जस की तस पड़ी है। वर्ष 2015 के बाद से योजना की साफ सफाई नहीं हुई है। समूचे परिसर में गंदगी का ढेर लगा हुआ है। सम्बंधित ठेकेदारों ने बाउंड्रीवाल के मरम्मतीकरण में भी खानापूर्ति कर दी। इसके अलावा रीबोर का कार्य अधर में लटका हुआ है। लेकिन जिम्मेदार कुम्भकर्णी नींद से बाज नहीं आ रहे हैं।
मुख्य पंप तीन वर्षों से खराब, कर्मचारी विहीन योजना
उरुवा प्रथम पेयजल योजना की मुख्य पम्प मोटर बीते तीन वर्षों से खराब पड़ी है। आपातकालीन पम्प मोटर से क्षेत्र में जलापूर्ति दी जा रही है। कर्मचारियों की शिकायत के बाद भी कोई सुध लेने वाला नहीं है। मजे की बात तो यह है कि करोडों की लागत से स्थापित योजना वर्षो से कर्मचारी विहीन पड़ी है। स्थानीय ग्रामीण के भरोशे करोडों की योजना देखरेख हेतु छोड़ दी गई है।
पेयजल योजना की क्षतिग्रस्त बाउंड्रीवाल का मरम्मतीकरण करा दिया गया है। साफ सफाई एवम अन्य कार्य भी जकड़ कराए जायेगें। मुख्य पंप को दुरुस्त कराकर नियमित सुचारू की जाएगी।
मनोज कुमार
ठेकेदार, जलनिगम उरुवा प्रथम