◾प्रशासन और पब्लिक के बीच महत्वपूर्ण कड़ी हैं पत्रकार: उपायुक्त
◾लोकतंत्र का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ है पत्रकार: एसपी
◾आंचलिक पत्रकारों की समस्याओं पर प्रबंधन देना होगा विशेष ध्यान: डीडीसी
संवाददाता
लातेहार। आज भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की झारखण्ड राज्य इकाई झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के तत्वावधान में लातेहार में आयोजित “समाज हित में पुलिस प्रशासन और पब्लिक के बीच महत्वपूर्ण कड़ी पत्रकार” विषय पर एकदिवसीय विचार गोष्ठी और सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लातेहार उपायुक्त गरिमा सिंह और एसपी अंजनी अंजन उपस्थित थे। मौके पर संबोधित करते हुए लातेहार उपायुक्त गरिमा सिंह ने कहा कि प्रशासन और पब्लिक के बीच पत्रकार एक कड़ी के रूप में कार्य करते हैं।
कई ऐसे मामले हैं जिसे पत्रकार अपने समाचार के माध्यम से प्रकाशित करते हैं। जिसके आधार पर प्रशासन उन मामलों में उचित कार्रवाई कर लोगों की समस्याओं का समाधान करती है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता समाज का एक महत्वपूर्ण अंग है।वही लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने कहा कि वर्तमान समय में लोकतंत्र के लिए पत्रकारिता एक महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि सबसे कठिन चुनौती तो आंचलिक पत्रकारों को होती है, जो सुदूरवर्ती इलाकों में रहकर कार्य करते हैं. उन्होंने कहा कि पत्रकार आम लोगों तक सूचनाएं अपने ख़बर के माध्यम से पहुंचाते है जिससे सरकार की योजनाएं सफल होती है।
एसपी ने उपस्थित पत्रकारों को सलाह देते हुए कहा कि पुराने पत्रकारों के द्वारा लिखी गई किताबों को और उनके आलेखों को जरूर पढ़ें। इससे उन्हें काफी लाभ होगा। उन्होंने यह भी कहा कि लातेहार जिले में पत्रकारों के साथ साथ आम लोगों के लिए भी भय मुक्त वातावरण बनाने में पुलिस काफी हद तक कामयाब हुई है। पत्रकारों के द्वारा जिले के किसी भी कोने में जाकर आराम से वहां की खबरों को प्रकाशित की जा सकती है।वहीं डीडीसी सुरजीत कुमार सिंह ने कहा पत्रकार समाज के दर्पण होते हैं।
सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के मामले पत्रकारों के द्वारा उजागर किए जाने के बाद ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के प्रति जिला प्रशासन के द्वारा प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि आंचलिक पत्रकारों की कई समस्या भी है।
जिस पर समाचार पत्रों और अन्य समाचार माध्यम के प्रबंधकों को संज्ञान लेना चाहिए, ताकि आंचलिक पत्रकारों की समस्या का समाधान हो और वह अपने कार्य को पूरे लगन से कर सके।
झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक सह भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज़ हसन ने अपने संबोधन में कहा कि आज भी आंचलिक पत्रकारों के लिए पत्रकारिता जोखिम भरा कार्य है, व्यवस्था की कमियों को उजागर करने पर प्रखंड, अंचल एवं थाना स्तर पर पत्रकारों के विरूद्ध फर्जी मुकदमे दर्ज किए जाते हैं।
झारखंड में समाचार संकलन को लेकर जिन पत्रकारों की हत्याएं हुईं है उनमें से एक मामले में भी हत्या के आरोपियों को सजा नहीं मिल पाई है। प्रखंड एवं अंचल स्तर पर पत्रकारों पर मामले दर्ज करने का अधिकार थाना प्रभारी स्तर के पदाधिकारियों के पास नहीं होना चाहिए, किसी पत्रकार के विरूद्ध कार्रवाई करने से पूर्व वरीय अधिकारी द्धारा मामले की जांच करनी चाहिए और ऐसा तब ही संभव हो पाएगा, जब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाएगा।
मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राष्ट्रीय सचिव चंदन मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में समाज में पत्रकारों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। पत्रकारों के द्वारा उन ग्रामीणों की समस्याओं को भी प्रशासन तक पहुंचाया जाता है, जहां के ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर प्रशासन तक नहीं पहुंच पाते हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करता है। उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश भी डाला। झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संपूर्णानंद भारती ने बताया कि किस प्रकार पत्रकार समाज हित के क्षेत्र में आज महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में कार्यपालक दंडाधिकारी श्रेयांश ,जेजेए के लातेहार जिला प्रभारी संजय पांडेय, रांची से आये पत्रकार ललन पांडेय, प्रदेश सचिव राजीव मिश्रा, प्रदेश संयुक्त सचिव सुरेंद्र गुप्ता, प्रदेश संयुक्त सचिव अजीत पाठक, चतरा प्रेस क्लब के अध्यक्ष सुनील कश्यप,उत्कर्ष पांडेय,संजीव गिरी सहित गढ़वा, पलामू एवं चतरा के पत्रकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार शहजाद ने किया।