– भारत बंद के दौरान बेहद सतर्क रहा पुलिस प्रशासन
– बंद से वेअसर रहीं आकस्मिक सेवाएं
सुनील बाजपेई
कानपुर। आज बुधवार को यहां भारत बंद का मिला-जुला असर देखा गया। आरक्षण बताओ संघर्ष समिति की ओर से यह राष्ट्रव्यापी बंद सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुसूचित जाति और एस सी एस टी यानी अनुसूचित जनजाति के आरक्षण पर फैसला सुनाने के विरोध में किया गया।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के अलावा कई दूसरे संगठनों के साथ बहुजन समाज पार्टी भी इस बंद में शामिल रही।
आज बंद के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए यहां पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क रहा। वही दलित नेता धनीराम बौद्ध की अगुवाई में कंपनी बाग चौराहे पर जोरदार प्रदर्शन भी किया गया ।
आज भारत बंद के दौरान महानगर के व्यावसायिक इलाकों नयागंज ,बिरहाना रोड ,लाटूश रोड ,पनकी ,कल्याणपुर , गोविंद नगर, चकेरी, बाबू पुरवा, किदवई नगर, ,नौबस्ता, बर्रा , बिल्हौर और घाटमपुर मैं इस दौरान विशेष सतर्कता भी बढ़ती गई और बवाल करने की कोशिश में कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया।
इस दौरान आपातकालीन सेवाएं जैसे एम्बुलेंस, हॉस्पिटल और मेडिकल फैसिलिटीज सुचारू तौर पर काम करती नजर आईं।
भारत बंद के दौरान किसी तरह की हिंसा ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए बड़े पुलिस अधिकारी हालातों का जायजा लगातार लेते रहे।
भारत बैंड के दौरान आज बुधवार को हर थाना क्षेत्र की पुलिस भी हर तरह से सतर्क नजर आई। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन को और तेज करने की भी चेतावनी दी। आरक्षण के संदर्भ में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को गलत बताया और उसे निरस्त किए जाने की भी मांग की।