लगातार हो रही वारिश के चलते लोग परेशान. वारिश के चलते गिरी मस्जिद की दीवाल— मोके पर पुलिस पहुंची.

पालिका प्रशासन नें मोके से हटवाया मलवा.

अलीगंज. लगातार हो रही वारिश से आम लोग परेशान हो गए हैं. वही सबसे बड़ा खतरा मकानों का हैं जो जर्जर हाल में हैं. वारिश के कहर से खेतों में भी पानी भर गया है.बुधवार को सुबह ज़ब वारिश हो रही थी तभी अलीगंज स्थति मुख्य गांधी मूर्ति चौक चौराहा पर स्थित पुरानी मस्जिद का एक हिस्सा बारिश के चलते गिर गया वारिश के चलते अवगमन कम था दीवार गिरने से लोग वाल वाल बच गए और एक बड़ा हादसा होते होते बचा.
बताते चले कि गाँधी मूर्ति चौराहे पर स्थित मस्जिद 200 वर्ष पुरानी हैं ये जर्जर अवस्था में ख़डी थी बारिश होने के कारण उसका आधा हिस्सा भरवारा कर गिरा बाल बाल बचे लोग नगर का मुख्य चौराहा होने की वजह से यहां हमेशा भीड़ लगी रहती है वाहनों का भी हमेशा अवगमन रहता हैं इस चौराहे से दिन रात लोग यहां से निकलते हैं लेकिन प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है

आज एक बड़ा हादसा होते-होते बचा जैसे ही मस्जिद का आधा हिस्सा गिरने की खबर प्रशासन को लगी थाना प्रभारी अमित कुमार पुलिस फोर्स के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे. घटना स्थल का निरीक्षण किया. वही मोके पर तहसीलदार संदीप सिंह व नायव तहसीलदार सतीश कुमार भी पहुँच गए. वही आवागमन वाधित न हो गिरे हुए मलवे को हटाने का जिम्मा नगर पालिका प्रशासन को सौपा गया. वही नगर पालिका कर्मियों नें जेसीवी से वरसात में मलवे को तत्काल हटवाया.

यदि भीड़ होती तो हो सकता था गंभीर हादसा—–

अलीगंज. अलीगंज में व्यस्तम चौराहा सबसे ज्यादा गाँधी मूर्ति चौराहा हैं यहाँ पर आये दिन बहुत लम्बा जाम प्रतिदिन लगता हैं. जिससे आने जाने बाले राहगीरों वाहन चालकों को घंटो कड़ी मशक्क्त करनी पड़ती हैं. वारिश होने के चलते बड़ा सौभाग्य रहा कि सड़कों पर सुनसान थी यदि वारिश बंद होती तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था.बताया गया ज़ब मस्जिद गिर रही थी तो वहाँ पर फल की दुकान लगी थी फल विक्रेता नासिर चाय पीने चला गया था लेकिन मलवे में उसका फल दब गए.

मुस्लिम समुदाय नें बैठक कर जर्जर मस्जिद को हटाने का लिया निर्णय —-

अलीगंज!अलीगंज कसवे में जर्जर 200वर्ष पुरानी मस्जिद के आधा भाग वरसात में गिर जाने से बड़ा हादसा होते होते बच गया अलीगंज में मुस्लिम समुदाय नें जुनैद मियां के नेतृत्व में बैठक की बैठक में सभी लोगों नें अपनी अपनी राय दी सभी का निर्णय हुआ कि जर्जर मस्जिद को खसाना ही सही हैं. कही कुछ अनहोनी हो गयी तो कौन इसका जिम्मेदार होगा. मस्जिद खसाने के समय काफ़ी लम्बा जाम लग गया था वही मोके मुस्लिम वर्ग के लोग व कोतवाली प्रभारी अलीगंज अमित कुमार हमराह फ़ोर्स के साथ व नायव तहसीलदार सतीश कुमार मौजूद रहे मस्जिद का जो मलवा था उन्ही के समाज के लोगों नें स्वयं हटवाया.

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