दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार देर रात मुंबई के अस्पताल में निधन हो गया। टाटा समूह के मानद चेयरमैन 86 वर्ष की उम्र में विश्व को अलविदा कह गए। श्री टाटा दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से भर्ती थे।
श्री टाटा को उम्र संबंधी समस्याओं एवं रक्तचाप को नियंत्रित करने के कारण सोमवार 7 अक्टूबर 2024 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताते चले की खबर की पुष्टि करते हुए एक बयान में, टाटा संस के चेयरमैन एन.चंद्रशेखरन ने कहा, “पूरे टाटा परिवार की ओर से, मैं उनके प्रियजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी विरासत हमें प्रेरित करती रहेगी क्योंकि हम उन मूल्यों को बनाए रखने के लिए काम करते हैं जिनकी उन्होंने बहुत लगन से वकालत की थी।’
‘ माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान बताया। वहीं एक बयान में, कांग्रेस ने कहा, “भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज और एक परोपकारी व्यक्ति, जिन्होंने भारत के कॉर्पोरेट परिदृश्य को आकार दिया, पद्म विभूषण श्री रतन टाटा के निधन से गहरा दुख हुआ है।
” महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की; रतन टाटा का राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया जाएगा। नवक्रांति इंडिया न्यूज़ समूह से जुड़े सभी ने देश के रत्न, उद्योगपति और संवेदनशील व्यक्ति, टाटा संस के चेयरमैन एमेरिटस श्री रतन टाटा जी के निधन की खबर से गहरा शोक व्यक्त किया है तथा उनका जाना न केवल उद्योग जगत, बल्कि संपूर्ण भारत के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
उनके कुशल नेतृत्व में टाटा ग्रुप की कंपनियों ने देश के विकास में अहम योगदान दिया। देश की अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग को गति देने के साथ ही युवा उद्यमियों को भी उन्होंने काफी बढ़ावा दिया। राष्ट्र सेवा में उनके अमूल्य योगदान के लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा।