जमशेदपुर / रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा अब-तब में होने की सुगबुगाहट चल रही है । इसी बीच सरायकेला – खरसावां जिला भाजपा में जिलाध्यक्ष को लेकर पार्टी नेताओं में नाराजगी चरम पर है। नाराज़ भाजपाईयों ने सितंबर माह में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह आदि को लिखित पत्र सौंपकर सारी वस्तु स्थिति से अवगत करा दिया था।
यहां तक कि विगत 29 सितंबर को दुबारा पार्टी के शीर्ष नेताओं को इन नाराज पार्टी नेताओं ने ज्ञापन सौंपकर अल्टीमेटम दिया था कि यदि सरायकेला खरसावां के पुराने एवं समर्पित नेताओं को सम्मान नहीं दिया गया तो हम सब पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर धरना देंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान 29 सितंबर को एक सप्ताह बाद कभी भी धरना देने का अल्टिमेटम दिया गया था।
बताते चलें कि सरायकेला खरसावां में इस बार जो जिला कमेटी का गठन हुआ उसमें पुराने पार्टी नेताओं को दरकिनार कर दिया गया। आरोप है कि गणेश परिक्रमा करने वाले एवं समाज में बदनाम छवि वाले लोगों को जिला कमेटी में शीर्ष पद दिया गया , जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है।
रविवार को सरायकेला खरसावां जिला के जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव से नाराज़ चल रहे भाजपाईयों का सब्र का बांध टूट पड़ा। भारी संख्या में भाजपाई विजय दशमी जैसे पड़े आयोजन को छोड़कर अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सरायकेला से रांची कुच कर गये। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान प्रदेश स्तर से धरना प्रदर्शन को खत्म कराने का प्रयास किया गया।
परंतु नाराज भाजपाइयों ने किसी की एक नहीं सुनी। दोपहर में सैकड़ों पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता रांची स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचेंगे। रांची धरना कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे नेताओं ने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेताओं से हम अपनी नाराज़गी जताने जा रहे हैं अब निर्णय उन्हें करना है। जब भाजपा का नारा है सबका साथ , सबका विकास ! फिर पार्टी जिलाध्यक्ष की मनमानी क्यों बर्दाश्त करें।
रांची में भाजपा कार्यालय पर धरना देने के लिए अरविंद कुमार हीरा , पंकज कुमार, ब्रह्मानंद जा , अनुराग श्रीवास्तव, विद्यासागर दुबे , मनोरंजन नंदी , मनोरंजन सिंह , अशोक सिंह , विनोद झा, विनय सिंह , प्रभात रंजन समेत लगभग एक सौ भाजपाई रांची के लिए विभिन्न वाहनों से रवाना हुये।