संतकबीरनगर
।जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर के निर्देश के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठीे की अध्यक्षता में कृषि, उद्यान, मत्स्य एवं दुग्ध विकास सहित अन्य विकास विभागों द्वारा संचालित विकासपरक/लाभार्थीपरक योजनाओं में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति, गुणवत्ता एवं कार्य योजना से सम्बंधित समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। कृषि विभाग के कार्याे/योजनाओं की समीक्षा के दौरान जनपद में विभाग द्वारा संचालित येाजनाओं में प्रगति की समीक्षा की गयी। विभाग की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि कुल 91 प्रकरण आईजीआरएस अंतर्गत लंबित है। मुख्यमंत्री डैशबोर्ड अंतर्गत कृषि रक्षा रसायन डीबीटी, बीज डीबीटी, पीएम किसान सम्मान निधि, फसल बीमा, पीएम कुसुम योजना की प्रगति शत प्रतिशत है। जनपद को ‘ए’ श्रेणी प्राप्त हुई है। उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में बीज वितरण लक्ष्य के सापेक्ष तिलहन अंतर्गत तोरिया एवं सरसों के बीज प्राप्त हुए हैं, शीघ्र ही अन्य फसलों के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाएगी। उर्वरक अंतर्गत यूरिया, डीएपी, एसएसपी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जनपद में नवंबर माह से रबी फसलों की बुवाई की जाएगी, जिसके लिए तैयारी कर ली गई है। उन्होंने बताया कि सहकारिता एवं कृषि विभाग के विक्रय केंद्रों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है, जो सतत रूप से उर्वरक की उपलब्धता एवं बिक्री की निगरानी करेंगे। जनपद में पर्याप्त मात्रा में कीटनाशक रसायन उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री सम्मान निधि अंतर्गत कल 208000 किसानों को 18वीं किश्त प्रेषित की गई है। अभी भी 15590 किसानों की ई-केवाईसी नहीं हुई है, जिन्हें 16वीं 17वीं एवं 18वीं किस्त नहीं भेजी जा सकी है, ऐसे किसानों का शत प्रतिशत ई-केवाईसी कराए जाने के निर्देश मुख्य विकास अधिकरी द्वारा दिए गए। डिजिटल क्रॉप सर्वे अंतर्गत 94 प्रतिशत खरीफ फसलों का सर्वे कार्य पूर्ण किया जा चुका है, शेष कार्य 20 अक्टूबर तक पूर्ण किया जाना है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आकांक्षात्मक ब्लॉक पौली में एक कृषक उत्पादक संगठन और खोले जाने के निर्देश दिए गए, साथ ही सभी आकांक्षात्मक ब्लॉक में पीएम किसान की प्रगति शत प्रतिशत किए जाने के निर्देश दिए गये। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि कृषक उत्पादक संगठनों को वांछित सभी प्रकार के लाइसेंस जैसे उर्वरक, कीटनाशक, बीज, खाद्य, मंडी, जीएसटी इत्यादि उपलब्ध करा दिए जाएं। इसी क्रम में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उद्यान विभाग से संबंधित कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान जिला उद्यान अधिकारी द्वारा बताया गया कि मनरेगा योजना अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र परिसर बगही संत कबीर नगर में निर्माणाधीन हाईटेक नर्सरी के निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा विद्युत कनेक्शन का कार्य नहीं हो सका है। दूसरे हाई टेक नर्सरी हेतु बखिरा ताल क्षेत्र में बौधरा बाबा स्थान के समीप भूमि उपलब्ध है जिसके चिन्हांकन हेतु कार्यवाही की जा रही है। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा बताया गया एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम के सभी कार्यक्रम यथा केला रोपण, आम रोपण, करौंदा रोपण तथा खरीफ प्याज के बीज वितरण का कार्यक्रम पूर्ण कर लिया गया है जबकि रबी मौसम हेतु चयन की प्रक्रिया चल रही है। रबी मौसम में शाकभाजी, प्याज, गेंदा, ग्लैडियोलस तथा मखाना के कार्यक्रम प्राप्त हैं। समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पाली हाउस, कोल्ड रूम के नए प्रस्ताव प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया। इसी क्रम में दुग्ध विकास विभाग की समीक्षा के दौरान वरिष्ठ दुग्घ निरीक्षण द्वारा बताया गया कि जनपद में दो समितियों के गठन एवं 05 समितियों के पुर्नगठन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसकी शत-प्रतिशत पूर्ति कर ली गयी है। दुग्ध मूल्य भुगतान माह अक्टूबर का कर दिया गया है, विभाग की सी0एम0 डैशबोर्ड पर प्रगति ‘ए’ प्लस है। मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विभागीय योजनाओं से सम्बंधित विवरण का स्पष्ट उल्लेख मासिक प्रगति पुस्तिका में किये जाने हेतु निर्देशित किया गया तथा विभाग की योजनाओं से पात्र लाभार्थियों से आच्छादित किये जाने से सम्बंधित आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये गये। इस अवसर पर डी0सी0 मनरेगा प्रभात द्विवेदी, उप कृषि निदेशक डा0 राकेश कुमार सिंह, जिला उद्यान अधिकारी समुद्रगुप्त मल्ल, जिला कृषि अधिकारी डॉ सर्वेश यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी सीपी सिंह, मत्स्य अधिकारी शशि प्रकाश, वरिष्ठ दुग्ध निरीक्षक वी0के0 गुप्ता सहित सम्बंधित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।