गौशाला की तार फेंसिंग तोड़कर गौवंश किसानों की उपज कर रहे बर्बाद

गौशाला निर्माण के बाद भी किसानों को नहीं मिल सकी सहूलियत, परेशान

गायों पर सांड बोल देते हैं हमला, कई गाय जख्मी

कार्यदायी यूपीसीएलडीएफ संस्था द्वारा कराया गया 1 करोड़ 17 लाख से गौशाला का निर्माण

अलीगंज। विकासखंड अलीगंज क्षेत्र में गौशाला का निर्माण तो कर दिया गया लेकिन किसानों को फिर भी सहूलियत नहीं मिल सकी। गौशाला में एक साथ रह रहे सांड व गाय आए दिन एक दूसरे पर हमलावर हो जाते हैं जिससे गायों को जख्मी कर देते हैं। गौशाला में बाउंड्री वॉल ना होने के चलते आए दिन सांड तार फेंसिंग को तोड़कर व फलांगकर खेतों में चले जाते हैं और किसानों की उपज को तहस नहस कर देते हैं जिससे किसान बहुत ही ज्यादा परेशान है। बेबस किसान किसी प्रकार गोवंशों को एकत्रित कर गौशाला पहुंच पाते हैं लेकिन दोबारा से सांड खेतों का रुख कर लेते हैं किसान अब बेबस हो चुका है संबंधित अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन किसानों की समस्या का तो राम भरोसे है कब समाधान होगा यह किसी को नहीं पता।

अलीगंज क्षेत्र के किनौड़ी खैराबाद में स्थित बृहद गौ संरक्षण केंद्र का निर्माण करीब एक सप्ताह पूर्व एक करोड़ 17 लाख की लागत से निर्माण कराया गया था जिसमें कार्यदायी संस्था यूपीसीएल डीएफ प्रखंड आगरा द्वारा टेंडर मे तीन चराई, चार सेट, एक ऑफिस, एक गोदाम, ब्रिक सोलिंग, सोलर टॉप और सोलर शामिल था। बृहद गौ संरक्षण केंद्र में 65 सांड सहित 204 गोवंश एक साथ रहते है. सांड आए दिन एक दूसरे पर हमलावर हो जाते हैं जिससे गायों को जख्मी कर देते हैं जिसके करण कई गाय गंभीर रूप से घायल कर दिये है। वृहद गौ संरक्षण केंद्र में जो नए सांड आए हैं वह अत्यधिक उत्पाद मचाते हैं जिसके चलते एक गाय मरणासन हालत में है जिसका उपचार किया जा रहा है।

वही आए दिन गोवंश तार फेंसिंग को तोड़कर खेतों की ओर चले जाते हैं खेतों में किसानों द्वारा की गई उपज को तहस नहस कर देते हैं जिसको लेकर किसान काफी परेशान है। कई बार किसानों ने एकजुट होकर गोवंशों को पड़कर गौशाला पहुंचा लेकिन गौशाला में बाउंड्री बॉल न होने के चलते सांड तार को तोड़ देते हैं और खेतों में घुस जाते हैं।

बीडीओ गोपाल गोयल ने बताया करीब एक सप्ताह पूर्व गौशाला चालू हुई है शासन से कोई धनराशि नहीं आई है बिल्डिंग हस्तगत कर दी गई है। गौशाला में धीरे-धीरे व्यवस्था कराई जा रही है शासन से अभी कोई व्यवस्था नहीं है. गौशाला का निरीक्षण किया गया जिस दौरान तार फेंसिंग टूटी हुई पाई गई जिसको लेकर पशु चिकित्सा अधिकारी और सीडीओ को पत्र भेजकर कार्यदायी संस्था से तार फेंसिंग को सही कराने व भुगतान रोकने के लिए अवगत करा दिया गया है।

डॉ रविकांत ने बताया कि वृहद गौ संरक्षण केंद्र किनौड़ी खैराबाद में मरणासन हालत में जो पशु है उसका इलाज चल रहा है। जो नए सांड आए हैं वह ज्यादा उत्पाद मचाते हैं। चार दिवारी के लिए बीडीओ से बात हुई थी लेटर लिखकर ऊपर भेज दिया गया है। करीब 1 करोड़ 17 लाख का एस्टीमेट था। धीरे-धीरे व्यवस्था कराई जा रही है गाय को संरक्षित करने के लिए। प्रधान द्वारा केयरटेकर व कर्मचारियों की व्यवस्था की जाएगी। अगर गौशाला में और भी कोई कमी पाई जाती है तो अवगत कराकर समस्या का समाधान कराया जायेगा।

जेई ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यदायी संस्था को एक करोड़ 17 लाख का टेंडर दिया गया था। जिसमे तीन चराई, चार सेट, एक ऑफिस, एक गोदाम, ब्रिक सोलिंग, सोलर टॉप और सोलर शामिल था। बाउंड्री वॉल की कटीले तरकाशी के लिए जिलाधिकारी द्वारा मना कर दिया गया था। जिसके चलते आरसीसी के खम्भे पर चैन सेविंग करवा दी गई थी।

प्रधान ऋषि यादव ने बताया कि गौशाला में 204 गोवंश है सबसे ज्यादा समस्या बाउंड्री को लेकर है रात हो या दिन सांड आये दिन आपस में लड़ते रहते हैं जिस की गई तार की बाउंड्री टूट जाती है जो सही नहीं होती जिससे गोवंश बाहर निकल जाते हैं मैंने ऊपर बात की तो बताया एस्टीमेट में यही है। पाइप भी लगाने के लिए आए थे लेकिन वापस ले गए चारे की व्यवस्था में अपने पास से कर रहा हूं।

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