रांची
विजय शंकर नायक
आज आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने आम जनता से बजट के लिए सुझाव आमंत्रित हेतु पोर्टल व मोबाइल एप मुख्य मंत्री द्वारा लांच करने पर कही । इन्होने आगे कहा कि जनता से सुझाव लेना अच्छी बात है मगर सुझाव को ज्यादा से ज्यादा बजट मे सम्मलित करना बहुत महत्वपूर्ण है ।पिछले वितिय वर्ष 2024-2025 मे सरकार को जनता की ओर से से 721 सुझाव प्राप्त हुए थे जिसमे मात्र 21 सुझाव को ही बजट मे शामिल किये गये जो सराहनीय नही है ।
नायक ने आगे कहा कि पूर्वर्ती भाजपा सरकार के द्वारा बजट की निर्धारित राशि को खर्च नही कर केंद्र सरकार को सरेंडर करने की निति जो अब झारखंड की परम्परा बन गई है और हेमंत सरकार भी वही निति पर चलने का कार्य कर रही है जिससे राज्य का सर्वांगीण चहँमुखी विकास नही हो पा रहा है जो दुखद पहलू है । इन्होने राज्य के मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन से इस निति और परम्परा से हट कर कार्य करने का सलाह देते हुए कहा कि वे ऐसा कार्य संस्कृति को डेवलप करे जिसमे 100 प्रतिशत बजट की राशि खर्च हो और इसके लिए सभी विभागों के प्रधान सचिवों को स्पष्ट निर्देश जारी करे की अगर कंडकित बजट की राशि पूर्ण रुप से खर्च नही किये जायेंगे तो उन विभागों के सचिवों पर विभागीय कार्रवाई कर उन्हे सनटींग पोस्ट पर पदस्थापित किये जायेगें तब ही पुरानी बजट की राशि नही खर्च करने की भाजपा की परम्परा को समाप्त किये जा सकेंगे ।
नायक ने यह भी बताया कि जल्द ही 17 जनवरी से पूर्व आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच की ओर से उन्हे बजट मे शामिल करने के लिए राज्यहित के लिए सुझाव भेजा जायेगा और उनसे अनुरोध भी किया जायेगा कि मंच के सुझावों को ज्यादा से ज्यादा सम्मलित करने का कार्य किया जाए ताकि राज्य का चहुँमखी समग्र विकास हो सके ।