अलीगंज. अलीगंज सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हिन्दुओं का पवित्र पर्व मकर संक्रन्ति हर्ष उल्लास के साथ मनाई गयी वही लोगों अपनी श्रद्धा के हिसाव से मंदिरों में दान दिया साथ ही जगह जगह खिचड़ी का प्रसाद भी वितरण किया गया आयोजकों ने जगह जगह भंडारा कर पुण्य कमाया. बताते चले जब सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से साधक के भाग्य में वृद्धि होती हैं, साथ ही वंशों पर पितरों की कृपा बनी रहती हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्यदेव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं, जिस कारण से इसे उत्तरायण पर्व भी कहते हैं। यह दिन सूर्य उपासना के लिए उत्तम माना गया है।
कहते हैं कि यदि सच्चे भाव से मकर संक्रांति पर सूर्यदेव को जल अर्पित किया जाए, तो जातक की कुंडली में उनकी स्थिति मजबूत होती है। वहीं भारत में मकर संक्रांति को नई फसल और खिचड़ी का पर्व भी कहते हैं, इस तिथि पर खिचड़ी बनाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है, हालांकि कुछ राज्यों में इसे तिल संक्रांति” के नाम से भी जाना जाता है।
अलीगंज में जगह जगह भंडारा किया गया लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया वही लोगों ने मंदिरों में दान किया वही खिचड़ी गजक तिल के लड्डू बितरण किये. वही घरों में लोगों ने पूजा अर्चना कर संक्रन्ति का पर्व मनाया.अलीगंज में डा रंजीतजीत नगर भोला दीक्षित डा रंजीत वर्मा हनुमान मंदिर क़ायमगंज रोड सुनील वर्मा अमरीश बंटू द्वारा काली मंदिर के पास श्रद्धांलुओं द्वारा भंडारा किया गया.
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश