भगवान दास शर्मा ‘प्रशांत’
इटावा संवाददाता
उ.प्र. साहित्य सभा इटावा इकाई के तत्वावधान में इटावा के वरिष्ठ साहित्यकार शायर जनाब साबिर हुसैन ‘साबिर’ का अभिनन्दन समारोह चहल-पहल कोर्टयार्ड में संपन्न हुआ। साहित्य सभा कार्यकारिणी सदस्य अमित कुमार के कुशल संयोजन में अभिनंदन समारोह के साथ सरस काव्य गोष्ठी भी संपन्न हुयी जिसका निर्देशन ख़्यातिलब्ध गीतकार डॉ राजीव राज ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत विकास परिषद इटावा के संरक्षक आशाराम मिश्रा ने की जबकि मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री, वरिष्ठ ग़ज़लकार अशोक यादव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के आरंभिक चरण में वरिष्ठ साहित्यकार प्रेमबाबू ‘प्रेम’, डॉ बालमुकुंद दिवाकर, डॉ राजीव राज, अमित कुमार एवं अन्य सदस्यों ने माँ शारदे की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलित कर, पुष्पमाला अर्पित की। तदुपरान्त संयोजक अमित कुमार ने सपरिवार अपने साहित्यिक गुरु जनाब साबिर हुसैन ‘साबिर’ साहब को शॉल, पगड़ी, पुष्पमाला पहनाकर उपहार और धनराशि के साथ प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
गीतकार अशोक यादव (पूर्व मंत्री) ने भी साबिर साहब को शॉल भेंट की। अभिनंदन की परम्परा को साहित्यिक संस्कारों का प्रतिफलन और आदर्श समाज के आवश्यक बताते हुए डॉ राजीव राज ने अपने उद्बोधन में कहा कि इटावा की गंगा जमुना तहजीब का उत्कृष्ट उदाहरण है कि जाति और मज़हब की परिधि से परे एक शिष्य अपने गुरु को इतना सम्मान देता है। उन्होंने अमित कुमार को संयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश साहित्य सभा का उद्देश्य भी यही है कि हम अपने वरिष्ठ साहित्यकारों का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि जनाब साबिर साहब के शेर कमाल के हैं आप सुनिएगा तभी आप गहराई तक समझ पाएंगे। कार्यक्रम का आगाज मां सरस्वती की वंदना से रामेश्वर महाराज महाराज ने किया।
तदोपरांत काव्य गोष्ठी में प्रशांत तिवारी, हर्ष सक्सेना, भगवान दास शर्मा ‘प्रशांत’, शमसुद्दीन ‘शम्स’, मो.सोहेल, पंकज कुमार, रोहित चौधरी, रेनू बाथम, नीतू पोरवाल, नूतन अवस्थी आदि ने काव्य पाठ किया। मंच का संचालन साहित्य सभा के अध्यक्ष अनुराग मिश्र असफल ने किया।