प्रोजेक्ट अन्वेषण 2.0 : पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों के समग्र विकास एवं व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई प्रोजेक्ट अन्वेषण की पहली कड़ी जनवरी माह में 15 विभिन्न विद्यालयों के 450 विद्यार्थियों की सहभागिता के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुई थी। अब इस अभिनव पहल का दूसरा चरण “अन्वेषण 2.0” और भी व्यापक स्तर पर आयोजित किया गया, जिसमें जिले के 11 प्रखंडों से चयनित 25 सरकारी विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के 750 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
विद्यार्थी प्रातः अपने-अपने विद्यालय प्रांगण से उत्साह और ऊर्जा के साथ रवाना हुए तथा शहर में स्थित नौ प्रमुख संस्थानों का भ्रमण किया जिनमें JNTVTI, NTTF, TSTI (MCC), Russi Mody Centre of Excellence, Tata Zoological Park, JRD Tata Sports Complex, Tata Motors, Indo-Danish Tool Room (Adityapur) और NML-CSIR प्रमुख थे। इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को तकनीकी प्रशिक्षण, वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं, औद्योगिक प्रक्रियाओं, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण, विश्वस्तरीय खेल सुविधाओं एवं टाटानगर के ऐतिहासिक महत्व से प्रत्यक्ष रूप से परिचित कराना था। सभी संस्थानों में विद्यार्थियों का पंजीकरण, संस्थान प्रतिनिधियों द्वारा परिचय सत्र और संक्षिप्त प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उनके परिवहन की समुचित व्यवस्था की गई थी। प्रत्येक समूह के साथ दो-दो शिक्षक प्रतिनियुक्त थे। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने अपने जिज्ञासापूर्ण प्रश्न संस्थान प्रतिनिधियों से पूछे जिनका संतोषजनक समाधान उन्हें प्राप्त हुआ। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल के दिशा-निर्देशानुसार इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान गर्मी को ध्यान में रखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा गया। उन्होने इस एक्सपोजर विजिट पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि शैक्षणिक यात्रा का यह अनुभव न केवल बच्चों के ज्ञान को समृद्ध करेगा बल्कि उनके भविष्य की मजबूत नींव रखने में भी मदद मिलेगा। जब विद्यार्थी प्रयोगशालाओं, औद्योगिक इकाइयों और विश्वस्तरीय संस्थानों को अपनी आंखों से देखते हैं, तो उनके भीतर कुछ नया करने की जिज्ञासा जन्म लेती है। यह एक्सपोजर उन्हें पढ़ाई से जोड़ने के साथ-साथ जीवन के वास्तविक आयामों से भी परिचित कराता है।
इस यात्रा से मिली प्रेरणा उनके सपनों को दिशा देगी और वे आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होंगे। जिज्ञासु मन अब केवल किताबों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सृजनात्मकता, नवाचार और समाज में बदलाव लाने की सोच से भर जाएगा। इस प्रकार की पहलें आने वाली पीढ़ी को सक्षम, सजग और संकल्पित नागरिक बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास होगी ऐसी आशा है।