दर्ज मुकदमे को खत्म कराने का झांसा देकर वीडियो कॉल पर युवती से निर्वस्त्र होने को कह रहा था दरोगा
दरोगा के खिलाफ महिला ने एफआईआर भी कराई दर्ज
पहले भी प्रकाश में आ चुके महिलाओं के साथ पुलिस द्वारा अभद्रता के कई मामले
– अधिकारियों ने शुरु कराई मामले की जांच
सुनील बाजपेई
कानपुर | योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार मैं जहां एक ओर महिलाओं की सुरक्षा और उनके सम्मान की जिम्मेदारी पुलिस महकमे को दे रखी है। वहीं दूसरी ओर इसी पुलिस महकमे के कुछ लोग महिलाओं के साथ अभद्रता और उनकी इज्जत तार-तार करने की कोशिश करने से भी बाज नहीं आते ।
ऐसा ही एक मामला यहां बिल्हौर थाना क्षेत्र में प्रकाश में आया जहां एक दरोगा ने एक मुकदमे की जांच के नाम पर वीडियो कॉल पर महिला से अपने पूरे कपड़े उतारने को कहा लेकिन युवती ने ऐसा करने से ना केवल इंकार किया बल्कि दरोगा की शिकायत पुलिस अधिकारियों से कर दी, जिसके बाद दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही महिला की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू करा दी गई है। वैसे यह मामला कानपुर में पैदा नहीं है इसके पहले भी पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ अभद्रता उनके साथ छेड़खानी और बलात्कार के भी मामले पर भी प्रकाश में आ चुके हैं।
घटना के बारे में विवरण के मुताबिक बिल्हौर इलाके में रहने वाली एक युवती सुंदरी ( नाम काल्पनिक ) का परिवारिक विवाद को लेकर केस चल रहा है, जिसकी जांच चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह को मिली थी। महिला जब अपना बयान देने चौकी पहुंची तो दारोगा ने कहा कि मैं रात में फोन करूंगा, तब बताना. I
इस पीड़ित महिला का आरोप है कि उसे दारोगा महेंद्र सिंह ने 26 मार्च को आधी रात में 12 बजकर 3 मिनट पर फोन किया। युवती द्वारा लगाए गए आरोपों के मुताबिक , दारोगा ने कहा कि ‘मैं तुम्हारा केस देख रहा हूं. मैं तुमको वीडियो कॉल कर रहा हूं.’ उसके बाद दारोगा ने वीडियो कॉल किया और महिला से कहा कि ‘अपने कपड़े उतार कर अपना सीना मुझे दिखाओ… फिर मैं तुम्हारा केस खत्म कर दूंगा.’ हालांकि, महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया।
महिला ने इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से की, जिसमें प्रथम दृष्टया महिला के आरोप सही पाए जाने पर दारोगा महेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक अब पूरे मामले की एसीपी से जांच भी कराये जाने के साथ ही आरोपी दरोगा के खिलाफ महिला की तरफ से रिपोर्ट भी दर्ज की गई है।