पत्रकार लोकतंत्र के प्रहरी, अपनी विश्वसनीयता से समझौता नहीं करें: विधान सभा अध्यक्ष
◾झारखंड और देश भर के पत्रकारों को बीएसपएस के प्रयास से चेन्नई और वेल्लोर में अस्पताल में 30 प्रतिशत की अब मिलेगी छूट।
◾ झामुमो विधायक मथुरा महतो विधान सभा में उठायेंगे पत्रकार पेंशन योजना लागू करने की मांग।
◾ पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग उठाएंगे सिमारिया विधायक किशुन दास।
◾झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के कार्यक्रम में देश भर के पत्रकारों का हुआ जुटान, कई प्रस्ताव हुए पारित।
संवाददाता
धनबाद। टाऊन हॉल धनबाद में भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की झारखंड राज्य इकाई झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने मज़दूर दिवस के अवसर पर एक दिवसीय सम्मेलन का अयोजन किय गया। मुख्य अतिथि के रुप में झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो जबकी सम्मानित अतिथि के रुप में झामुमो के वरिष्ठ विधायक मथुरा महतो एवं भाजपा विधायक किशुन दास शामिल हुए।
अपने संबोधन में झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने कहा कि, पत्रकारों को विश्वसनीयता बनाकर रखनी चाहिए, आप लोकतंत्र के प्रहरी के रुप में होते हैं इसलिए पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है।
झामुमो के सचेतक वरिष्ठ विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि ,नेता हो या पत्रकार, सभी को संयमित रहना चाहिए।
श्री महतो अप्रत्यक्ष रूप से पिछले दिनों एक न्यूज चैनल के निदेशक को जेल भेजे जानें की घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे।
कार्यक्रम में सिमरिया से भाजपा विधायक किशुन दास ने कहा कि वे पत्रकार हितों के लिए सदैव अग्रिम पंक्ति में आवाज़ बुलंद करने वाला संगठन झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के साथ खड़े रहते हैं।
पत्रकार सुरक्षा कानून समय की मांग है और वे आगामी विधान सभा में इसे प्रश्नकाल में मजबूती से उठायेंगे। उन्हों ने पत्रकारों के लिए जेजेए चतरा जिला इकाई को एंबुलेंस देने की भी घोषणा की।
इससे पूर्व संगठन के कार्यशाला में डिजीटल मिडिया की विश्वसनीयता विषय पर वरिष्ठ पत्रकार झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार कौशलेंद्र ने विस्तार से जानकारी दी,पत्रकारिता की गरिमा बनाए रखने एवं डिजीटल मिडिया के लिए कोड ऑफ कंडक्ट की बात कही।
जेजेए के कार्यकारी अध्यक्ष अमरकांत ने झारखंड में संगठन के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी, उन्हों ने कहा कि जेजेए ने पत्रकार संगठनों की भीड़ में अपनी कार्यशैली से अपनी अलग पहचान बनाई है।
कोरोनकाल के उपरांत लगभग आर्थिक संकट से जूझ रहे पत्रकारों, गंभीर रूप से बीमार पत्रकारों एवं उनके परिजनों की सहायता की है। दिवंगत पत्रकार चंदन तिवारी की पत्नी को नौकरी का मामला हो या फिर बेकसूर पत्रकार की गिरफ़्तारी का मामला सभी मामलों का निपटारा जेजेए ने किया है।
नई दिल्ली से आए भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने अपने एसोसिएशन के बारे में कहा कि ,पत्रकार हित में यह संगठन लगातार संघर्षरत रही है ।
अलग-अलग राज्यों में पत्रकार इनके सिद्धांतों को समझकर एकजुट हुए है और आज यह 22000 पत्रकारों के साथ दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा पत्रकार संगठन होने का गौरव प्राप्त कर चुका है।
श्री सिंह ने कहा कि पत्रकारों की एकजुटता और अनुशासन किसी को देखना हो तो वे बीएसपीएस के कार्यक्रमों में देख सकते हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तमिलनाडू राज्य इकाई अध्यक्ष ए जे बी सगायाराज ने कहा कि झारखंड से चेन्नई और वेल्लोर इलाज के लिए जाने वाले पत्रकारों को बीएसपीएस तमिलनाडू राज्य इकाई के प्रयास से 30 प्रतिशत की छूट गंभीर बीमारी से जूझ रहे पत्रकारों को दी जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन बीएसपीएस के राष्ट्रीय महासचिव
जेजेए संस्थापक शाहनवाज हसन ने कहा कि झारखंड की हेमन्त सोरेन सरकार ने जेजेए की पहल पर अबतक दो दर्जन से अधिक पत्रकारों को आर्थिक सहायता 24 घंटे के अंदर मुहैया कराई हैं।
श्री हसन ने तमिलनाडु सरकार के तर्ज पर झारखंड के पत्रकारों के लिए सुविधा मुहैया कराने एवं छत्तीसगढ़ी राज्य के तर्ज पर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू किया जाना चाहिए।
इस अवसर पर अलग-अलग राज्यों, अलग-अलग जिले से आए पत्रकारों को सम्मानित किया गया, उनके द्वारा किए गए पत्रकारों के हित में संगठन के हित में कार्यों का उल्लेख किया गया।दिल्ली, तमिलनाडु ,छत्तीसगढ़ ,मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, बिहार ,बंगाल, छत्तीसगढ़ ,आदि अनेक राज्यों से पत्रकारों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
विधानसभा अध्यक्ष का राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह सहित अनेक झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सौल ,पौधा एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
धनबाद के दिलीप कुमार ,अजीत सिन्हा ,रुस्तम मियां, शौकत खान, मुकेश सिंह, मनीष कुमार झा ,सुनील भंडारी को समाज के प्रति अच्छे काम करने के लिए, समाज की वास्तविकता को सरकार तक पहुंचाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने स्वयं प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अजीत कुमार सिन्हा, दिलीप कुमार, मनीष झा, शौकत खान, रुस्तम मियां, सुमित बर्मन, कार्तिक गोस्वामी ,तालेश्वर पंडित, फारुख, अमित ,अनुचित सेन, पवन मोदी, संतोष दे ,अश्विनी दुबे, संतोष दुबे ,खुशबू गुप्ता, मिथिलेश तिवारी, उमेश विश्वकर्मा, पप्पू गुप्ता ,अमित कुमार ,मनीष कुमार ,संजय सिंह ,मलय गोप, दीपक पांडे ,संजय कुमार शर्मा आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।