पतंजलि टूथपेस्ट को इस्तेमाल कर रहे लोगों ने मीडिया को बताया कि; दंत कांति नहीं, दंत क्रांति है यह! दांतों के लिए कई तरह से प्रभावी है यह। वहीं स्वयं लेखक का परिवार इसे दंत मित्र के नाम से पुकारते हैं।
इसके उपयोगकर्ताओं ने बताया कि दांतो के सौंदर्य से दंत सुरक्षा तक के लिए यह डेंटल क्रीम एक अद्भुत प्रोडक्ट है।
बताते चलें कि पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट जोकि हर्बल टूथपेस्ट है जिसमें जड़ी-बूटियाँ और कुछ आयुर्वेदिक तत्व होते हैं।
यह दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखता है वहीं संक्रमण से बचाने में मदद करता है। खास बात यह है कि इसमें किसी भी तरह का हानिकारक केमिकल नहीं है।
गौरतलब हो कि पतंजलि की स्थापना वर्ष 2006 में हरिद्वार में हुई थी तथा दंतकांति टूथपेस्ट वर्ष 2007 में मार्केट में उतारी गई थी। वर्तमान में लगभग सभी व्यक्तियों के हाथ में प्रातः बेला में पतंजलि का टूथपेस्ट देखने को मिल जाएगा।
बताते चलें कि यह टूथपेस्ट शुरुआत में केवल पतंजलि स्टोर में ही उपलब्ध होता था, लेकिन वर्तमान समय में यह आपको किसी भी दुकान पर मिल जाएगा।
ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि इस टूथपेस्ट की लोगों के बीच भारी मांग है और यह काफी कम समय में ही लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध हो गया। अब आइए आपको पतंजलि दंत कांति में पाई जाने वाली सामग्री से रूबरू करवाते है; जो इस प्रकार है:-
अकरकरा, तोमर, नीम, पुदीना, बबूल, पिपप्ली, लौंग, वज्रांति, बाकुल, विदांग, हल्दी, पिलू, माजुफल आदि उपरोक्त अव्यवों से मिलकर बना है पतंजलि का टूथपेस्ट।
अब अगर हम पतंजलि दंत कांति के फायदों की बात करे तो सुबह शाम इस टूथपेस्ट का इस्तेमाल करने से दांतों से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर होती है।
वहीं मसूड़ों से जुड़ी कई आम समस्याएं जैसे कि मसूड़ों में दर्द, सूजन और मसूड़ों से खून निकलना आदि सब दूर होती है।
पतंजलि योग समिति हरिद्वार के जिला प्रभारी (राहुल पाल) ने बताया कि इसमें मौजूद सामग्री जैसे कि नीम, बबूल, तोमर और लौंग आदि सब मसूड़ों के लिए बेहद फायदेमंद होते है।
पतंजलि दंत कांति में मौजूद तत्त्व मुंह की बदबू दूर करने में काफी फायदेमंद होते है और इसके इस्तेमाल से मुंह की बदबू से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
जी हां इसमें मौजूद बबूल, पुदीना, नीम और पिपप्ली आदि सब मुंह की बदबू दूर करने में सहायक है। गौरतलब है कि दंत कांति टूथपेस्ट और पाउडर दोनों में उपलब्ध है।
अच्छे परिणाम के लिए दोनों का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए सुबह दंत कांति टूथपेस्ट और रात को सोने से पहले पतंजलि दंत कांति मंजन से दांत साफ करनी चाहिए।
वहीं बताते चलें कि टूथपेस्ट को लेकर कुछ लोगों की शिकायत है कि पेस्ट को यूज करने के बाद मुंह के सवाद में परिवर्तन आ जाता है इसके मद्देनजर दंत कांति का और भी कई वैरायटी मार्केट में उतारा गया है इसके साथ-साथ दंत मंजन भी मार्केट में उपलब्ध है उपरोक्त सभी मार्केट में अलग-अलग मात्रा में देखने को मिल जाएगा। उपयोगकर्ताओं ने स्वामी रामदेव से दंत कांति की कीमत में कटौती की मांग की है, लोगों ने कहा रामदेव बाबा स्वामी है और स्वामी जी कृपालु है।
अब देखना यह है कि मूल्य में कमी को लेकर स्वामी की कृपा कब तक लोगों पर होगी?
विशेष संवाददाता धनंजय कुमार (7857826506) की रिपोर्ट।