बिल्हौरः किसान पर ईश्वर भी कहर पर कहर ढाता चला जा रहा है। आलू इतना सस्ता रहा कि किसान का हाल बेहाल रहा।
अब कुदरत भी पूरी तरह से किसान को तोड़ने पर लगी है। तेज तूफान और बारिश से मक्का की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है, साथ ही तरबूज और मूंग की फसल भी चौपट हो गई है। कई जगह पेड़ों की डालियां टूटने से नुकसान हुआ और कई मार्ग हुए अवरुद्ध।
आखिर किसान क्या करे सरकार केवल मुआवजा देने की बात ही कह कर पल्ला झाड़ लेती है। किसान पूरी तरह से बदहाल हो चुका है और सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। कभी कोई मदद हुई भी तो वह ऊंट के मुंह में जीरा जैसी हुई।