कीचड़ व गंदे पानी से गुजरने को मजबूर हैं लोगग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर मनमानी करने व धमकी देने का लगाया आरोपअलीगंज।अलीगंज विधान सभा क्षेत्र में एक ऐसा ग्राम है जहाँ लोग नारकीय जीवन जीने को विवश है। ग्राम प्रधान की मनमानी के चलते गांव में विकास नाम की कोई चीज नही है। सड़कें टूटी पड़ी है जगह जगह गन्दा पानी व जलभराव व्याप्त है ग्रामीण इस कीचड़ युक्त पानी में बड़ी मुश्किल से गिरते गिराते निकल रहे हैं वही इस कीचड़ में आये दिन वाहन फसते नजर आते है।अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मिहुता में ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव की मनमानी के चलते गांव की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। जहां ग्रामीण पिछले कई साल से गांव के मुख्य मार्ग पर कीचड़ और गंदे पानी से होकर निकलने को मजबूर हैं। गांव में गंदगी का यह हाल है ।गंदे पानी से बीमारियों के पनपने का है खतरागांव की मुख्य सड़क टूटी होने के कारण गांव के मुख्य मार्ग पर लंबे समय से पानी भरा हुआ है और चारों तरफ की सड़क का अंबार है। सुबह और शाम ग्रामीणों को इसी गंदे पानी और कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता है। लेकिन इससे ज्यादा दयनीय स्थिति यह है कि जब गांव की महिलाएं इसी गंदे पानी और कीचड़ के बीच से चारा लेने के लिए खेत पर निकलती है तो उनको गंदे पानी और कीचड़ का सामना करना पड़ता है। गांव की बदहाली की तस्वीर से स्पष्ट है कि गाँव को सुंदर बनाने के दावे की हकीकत क्या है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान और ब्लॉक में शिकायत के बावजूद भी गांव की इस गंभीर समस्या पर कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।बताते चले अलीगंज विधान सभा में ग्राम मिहुता की तश्वीर सामने आयी कि ग्राम प्रधान द्वारा इस गांव शौचालय से लेकर नाली खरंजे का निर्माण आज तक नही करवाया गया है। वही ग्रामीण ज्ञान चन्द्र ने यह भी बताया कि विकास कार्य हेतु 57 लाख रूपये निकाल लिया गया है लेकिन विकास के नाम पर 57 रुपये भी खर्च नही किया है। पानी की निकासी के लिये कोई नाली पुलिया नही बनवायी गयी जिससे पानी की निकासी हो सके इस गांव की आबादी 3600 के आसपास है लगभग 1100 मतदाता है चुनाव के समय बोट तो माँगे जाने के लिये गांव में नेता दिखाई देते है लेकिन समस्या के नाम पर कोई नेता नही दिखाई पड़ता है नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। गन्दे पानी कीचड़ युक्त पानी से होकर खेतों में जाना पड़ता है चारा भी लाना पड़ता है।लेकिन जब इस पानी से घुसकर जाना व आना पड़ता है तो ग्रामीण प्रधान को ही कोसते नजर आते है।ग्रामीणों ने पानी में घुसकर किया प्रदर्शनग्राम मिहुता में ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर ग्राम प्रधान के खिलाफ जमकर विरोध किया यही नही ग्रामीण गन्दे पानी में घुस गए और अपनी खरी खोटी सुनाते रहे।ग्राम सभा की जमीन चकरोड पर नही पढ़ने देते है ग्रामीणग्राम प्रधान दयानन्द ने बताया कि जहाँ पर चकरोड है वहाँ पर पानी भरा है कुछ लोगों ने कब्जा कर रहा है नाली खरजा टूटे है जिसके लोगों को दिक्कत हो रही है। जल्द समस्या का हल होगा। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर प्रशासन से गांव में सडकें, नालियों और सफाई व्यवस्था कराने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में रामू, वैरागी, हुकुम सिंह, राजेन्द्र सिंह, बच्चूलाल, प्रमोद, चन्द्रपाल, महिपाल, राजवीर, होरीलाल, अजयवीर, अभिषेक राजपूत आदि प्रमुख है।क्या कहते हैं ग्रामीण—–
गांव के राजेन्द्र सिंह का कहना है कि प्रधान से कई बार सडकों और नालियों को सही करवाने कहा गया है, लेकिन कोई सुनवाई हो रही है। दलदल और गंदगी से भरी गलियों से गुजरने में महिलाओं, बच्चों को काफी परेशानी होती है। कई बार कीचड में गिकर घायल भी चुके है।हुकुम सिंह का कहना है कि पानी निकासी के लिए नालियों नहीं बने होने के कारण पानी कच्ची सडकों पर बहता है, जिससे गंदगी उत्पन्न हो रही है। सडके साथ पुलिया का भी निर्माण हो जाए तो काफी हद तक समस्या से निजात मिल जाएगी।ध्यान सिंह ने कहा कि गांव में टूटे खडंजे पडे हुए है। नालियों का निर्माण होना चाहिए और गांव से बाहर जाने वाले रास्ते में पुलिया का निर्माण होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारी भी कभी नहीं आता है, जिससे गंदगी के कारण संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका बनी रहती है।गांव के हयान सिंह कहा कि गांव के प्रधान से जब सडकों और नालियों के निर्माण के लिए कहा तो प्रधान ने कहा कि हमसे 500 रूपए चंदा ले लो और सभी मिलकर चंदे से सडक बनवाएंगे। हयान सिंह ने बताया कि प्रधान कहते हैं कि सरकार से पैसा नहीं आ रहा है।ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दुर्विजय सिंह कहा है कि गांव से निकलने वाला चकमार्ग पर पक्की सडक निर्माण के लिए मंजूर हुई थी, लेकिन कुछ ग्रामीणों के विरोध के कारण नहीं बन पा रही है। सहमति के बाद सडक बनवाई जाएगी।खण्ड विकास अधिकारी दिनेश कुमार शर्मा ने कहा है कि गांव में अगर कोई समस्या है गांववासी लिखकर दें, समस्या का समाधान करवाया जाएगा और दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी।