घाघरा नदी के तट पर रोपित किया बांस का पौध
बहराइच 14 जुलाई। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निवासरत ग्रामवासियों की समस्याओं के समाधान तथा बाढ़ से बचाव हेतु जागरूक किये जाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर ‘‘बाढ़ राहत चौपाल’’ का आयोजन किया जाना है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने तहसील महसी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र पंचदेवरी व मैकूपुरवा का निरीक्षण कर कराये गये कटान रोधी कार्यों का जायजा लिया तथा ग्राम पंचायत पचदेवरी के पंचायत भवन में चौपाल आयोजित कर सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजना का सत्यापन किया तथा बाढ़ के दौरान बचाव हेतु जागरूक भी किया।
चौपाल के दौरान डीएम ने ग्रामवासियों से बाढ़ को लेकर उनके अनुभवों को सुनते हुए ग्रामवासियों से कहा कि तहसील प्रशासन द्वारा अलर्ट की सूचना देने पर तत्काल सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट हो जाये तथा नाव में क्षमता से अधिक लोग कदापि सवार न हो।
यदि कोई आकस्मिक स्थिति उत्पन्न होती है सर्वप्रथम बच्चों, महिलाओं, बीमार व बुज़ुर्ग लोगों के रेस्क्यू में सहयोग करें। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ के दौरान लोगों तक राहत पहुंचाने हेतु व्यापक प्रबन्ध किये गये हैं। प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आयेगी।
चौपाल के दौरान डीएम ने पशुओ व मनुष्यों के टीकाकरण, पुष्टाहार तथा खाद्यान्न वितरण के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए महिलाओं को जागरूक किया कि आवश्यकता पड़ने प्रसव के लिए सरकारी चिकित्सालय जाएं।
गांव में लेखपाल व सचिवों के आने, फसल क्षति मुआवज़े के भुगतान, विद्युत आपूर्ति, मनरेगा योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त की। चौपाल के उपरान्त डीएम ने घर-घर जाकर विशेषकर गर्भवती व धात्री महिलाओं से टीकाकरण की पुश्टि के लिए नूरजहॉ पत्नी नूर आलम के टीाकरकण कार्ड तथा आयरन टेबलेट को भी देखा।
मैकूपुरवा में डोर-टू-डोर भ्रमण के दौरान शत्रोहन द्वारा पुष्टाहार प्राप्त न होने बात कही। इस सम्बन्ध में डीएम ने डीसी मनरेगा को जांच करने के निर्देश दिये।
बाढ़ क्षेत्र भ्रमण के दौरान डीएम ने पचदेवरी में घाघरा नदी के बायें तट पर स्थित ग्राम चुरईपुरवा, मंगलपुरवा एवं मैकूपुरवा की सुरक्षा हेतु धनराशि रू. 279.63 लाख की लागत 800 मी. लम्बाई में जियो बैग स्लोप पिचिंग एवं परक्यूपाइन लांचिंग एप्रन कार्य का निरीक्षण किया।
इस अवसर अधि.अभि. ड्रेनेज खण्ड शोभित कुशवाहा ने बताया कि परियोजना के पूर्ण होने से लगभग 15368 जनसंख्या तथा 7830.95 हेक्टेयर क्षेत्रफल सुरक्षित हो गया है। यहां पर डीएम ने घाघरा नदी के तट पर बांस के पौध का रोपण भी किया। इस अवसर पर सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, बीडीओ तथा ग्राम स्तरीय कार्मिक, ग्राम प्रधान व बड़ी संख्या ग्रामवासी मौजूद रहे।