रांची
कामरेेड सुभाष मुण्डा की हत्या होना आदिवासी के नाम पर बनी हेमंत सरकार के माथे पर कलंक है अगर 72 घन्टे के अन्दर हत्यारो की गिरफ्तारी नही हुई तो झारखंड बंद का आवाह्न किया जायेगा ।
उपरोक्त बातें झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने आज सीपीआईएम नेता कॉमरेड सुभाष मुंडा की हत्या किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बातें कहीं उन्होंने यह भी कहा जबसे राज निर्माण हुआ है चाहे किसी की भी सरकार हो आदिवासी पर जुल्म ढाए गए हैं
उनकी हत्या की गई है जमीन लूटी गई है अत्याचार की घटनाएं बढ़ी है जो आक्रोश का विषय है श्री नायक ने आगे का झारखंड बचाओ मोर्चा इस हत्याकांड के कड़े शब्दों में भर्त्सना करती है और राज्य सरकार से मांग करती है कि वह आदिवासियों को जान-माल की रक्षा करने के प्रति उनके जमीनों की सुरक्षा करने के प्रति प्रतिबद्धता दिखाए अन्यथा उलगुलान किया जाएगा और हेमंत सोरेन सरकार को 2024 के चुनाव में उखाड़ फेंका जाएगा ।
इन्होंने यह भी कहा राज्य में विधि व्यवस्था एक दम फेल हो चुकी है । अपराधीयो, चेन स्नेकरो,लुटेरों,रंगदारो, भाड़े के हत्यारों का मनोबल में काफी वृध्दि हुई है लगता ही नही की झारखंड में कानून का राज चल रहा है ।
पुलिस सिर्फ वसूली के कार्य में लिप्त है और भू माफियाओं को संरक्षण देकर जमीन की दलाली करने में मशगूल है आज सभी थाना भू माफिया के चपेट में है सभी थाना प्रभारी आज उनके एहसानों से दबे हुए हैं जिस कारण आज प्रायः देखने को मिल रहा है कि हमारे दलित आदिवासी मूलवासी समाज को जिनकी जमीन छीनी जा रही है जबरदस्ती उनको न्याय शासन प्रशासन की ओर से नहीं मिल पा रहा जो बहुत ही दुखद विषय है ।
श्री नायक ने साफ शब्दों में कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बावजूद विधि व्यवस्था का चौपट हो ना इस बात को दर्शाता है झारखंड में अब मुख्यमंत्री की भी नहीं चल रही स्थिति इतनी भयावह है कि अपराधी आप सीएससी तक को भी गोली मारने का काम कर ले तो आम जनता कैसे सुरक्षित होगी इस सरकार में यह सोचने का विषय है
जब पुलिस से सुरक्षित नहीं तो जनता कैसे सुरक्षित होगी इसका जवाब माननीय मुख्यमंत्री को देना चाहिए कामरेड सुभाष मुण्डा के परिवार को ₹50 लाख मुआवजा एवं एक आश्रित परिवार को नौकरी दिया जाना चाहिए नही तो झारखंड बचाओ मोर्चा आन्दोलन करने का काम करेगी ।