बहराइच 17 अगस्त,लखनऊ रोड स्थित मोहल्ला सरस्वती नगर के झुड़िया क्षेत्र में एक बहुत ही प्राचीन पीपल का वृक्ष है लोगों की मान्यता है कि यह वृक्ष दिव्य शक्तियों का निवास स्थान है,यहां कोई दिव्य शक्ति निवास करती है जहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना स्वीकार होती है।
इसी स्थान पर सदियों से खुले में शिवजी की पूजा होती रही है जिसे भक्तों द्वारा इसी स्थान पर एक मंदिर निर्माण कर,वहां शिव जी की स्थापना करने की तैयारी चल रही है,भक्तों के अनुसार इस वृक्ष का और शिवजी का बहुत ही पुराना संबंध है। इसीलिए शिव मंदिर का निर्माण भी पीपल के वृक्ष की छाया में ही होगा। परम पवित्र श्रावण मास के चलते इस मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ और बहुत जल्द शिवलिंग स्थापना कर मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण होगा।
इसी के संबंध में स्थानीय निवासी राज नारायण मिश्रा बताते हैं कि इस पीपल वृक्ष के प्रति उनमें काफी आस्था है,सालों से वह और उनका पूरा परिवार उन्हें पूजते आए हैं और महादेव के मंदिर निर्माण उन्हीं पीपल देव की इच्छा है।इसी क्रम में यहां की निवासी वृद्ध महिला मिथिलेश कुमारी का कहना है,कि पीपल देव से उन्होंने जब कभी कुछ सच्चे मन से मांगा है तो उनकी मुरादे पूरी हुई है और वह चाहती हैं कि उन्हें के बगल में शिव मंदिर का निर्माण हो।
इसी संबंध में स्थानीय निवासी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि अभी तक शिवजी खुले में रखे हुए थे लेकिन अब हम सब भक्ति मिलकर अपने आराध्य के लिए मंदिर निर्माण करेंगे। स्थानीय निवासी शुभम पांडे बताते हैं कि यह स्थान हम सब की आस्था का केंद्र है यहां हमारे पीपल देव के साथ-साथ महादेव भी विराजमान होंगे तो हम सब भक्तों पर तथा समस्त मोहल्ला वासियों पर सदा ही उनकी कृपा बरसेगी।
हिंदू धर्म शास्त्रों में भी वर्णित है कि पीपल के वृक्ष में त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों का वास होता है और अगर उसी के साथ में शिव मंदिर भी हो तो भक्तों की खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा । गीता में भी भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि वृक्षों में मैं पीपल हूं इस आधार पर भी हिंदू धर्म में पीपल सदा से ही पूज्य है।