अलीगंज। चंद्रयान की सफलता की बाद देश के वैज्ञानिकों ने एक बार फिर समूचे विश्व में भारत का डंका बजा दिया है। इस एक बड़ी कामयाबी के बाद देश के वैज्ञानिकों का अगला लक्ष्य आदित्य एल-1 होगा। भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा ऐसी घोषणा भी की चुकी है। देश के वैज्ञानिकों की इस कामयाबी से भारत की 140 करोड़ जनता अपने को गोरवान्वित महसूस कर रही है। लोगों का मानना है कि इस कामयाबी के साथ समूचे विश्व में भारत की धाक जमी है। तथा देश के महान वैज्ञानिकों की विलक्षण प्रतिभा का सम्मान दुनिया का हर देश करने को उत्साहित हो गया है।
भाजपा की जिला महामंत्री आशीष राजपूत कहती हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ वर्ष के कार्यकाल में भारत को यह बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। चंद्रयान की तरह ही आदित्य एल-1 के कामयाब होने पर भारत की धाक समूचे विश्व में होगी। और भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता है।
यश कुमार डिप्टी डायरेक्टर जीडी इंटरनेशनल स्कूल का कहना है कि चंद्रयान की सफलता के बाद हम सब भारतीय होने का गर्व महसूस कर रहे हैं। भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण की तैयारी जोरों पर की जा रही हैं। इसकी कामयाबी के बाद भारत पूर्व की भांति विश्व गुरु कहलायेगा।
डॉ. एसडी सिंह का मानना है कि चंद्रयान के सफल परीक्षण के बाद भारतीय वैज्ञानिको की हर देश में प्रशंसा की जा रही है। यह कामयाबी देश की प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित होगी। चंद्रमा की तरह ही सूर्य के बारे में अनेक रहस्य रहस्यमयी जानकारियां हासिल होगी।
डॉ श्वेता राजपूत एमओ का कहना है कि यह देश के वैज्ञानिकों की प्रतिभा एवं कड़ी मेहनत का नतीजा है कि भारत विश्व का सिरमौर बनने की ओर अग्रसर है। वैज्ञानिकों के चंद्रयान के सफल परीक्षण की वजह से आज हम सभी देशवासी अपने को भारतीय कहने में गर्व महसूस कर रहे हैं।
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश