एडीएम की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति की बैठक हुई आयोजित

संतकबीरनगर । जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर के निर्देश के क्रम में अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार सम्पन्न हुई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठी उपस्थित रहे।
बैठक में अपर जिलाधिकारी द्वारा वर्ष 2024-25 में कराये गये वृक्षारोपण स्थलों का जिओटैगिंग शत-प्रतिशत कराने हेतु समस्त विभागों को निर्देशित किया गया। प्रत्येक विभाग को एक वृक्षारोपण स्थल को अंगीकृत करने/गोद लेने एवं उसकी सिंचाई, सुरक्षा एवं रख-रखाव करने तथा समस्त वृक्षारोपण स्थलों का गणना पंजिका बनाये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
अपर जिलाधिकारी द्वारा अन्य विभाग को आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष उनके द्वारा कराये गये वृक्षारोपण के स्थलीय सत्यापन हेतु अर्न्तविभागीय टीम का गठन किया गया है जिसमें सभी कार्यदायी विभाग को यह निर्देशित किया है कि सत्यापन रिपोर्ट एक सप्ताह के अन्दर प्रभागीय वनाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध करायें।
बैठक में जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा अपर जिलाधिकारी द्वारा की गई। उन्होंने संबंधित को ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन नियम, 2016 के अनुपालन के अन्तर्गत एम0आर0एफ0 सेन्टर निर्माण हेतु भूमि प्रबन्धन, साथ ही स्थानीय निकाय के विभिन्न क्षेत्रों से जनित नगरीय ठोस अपशिष्ट के एकत्रण तथा अन्तिम निस्तारण तक परिवहन किये जाने हेतु सेकेण्ड्री स्टोरेज फैसेलिटीज एवं उसकी कम्पोस्टिंग/आर0डी0एफ0, लिगेसी वेस्ट की स्थिति की समीक्षा की। कन्स्ट्रक्शन डिमोलेशन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन, ई-वेस्ट प्रबन्ध, जैव चिकित्सा प्रबन्धन नियम, 2016 के अनुपालन की स्थिति के अन्तर्गत उसका एकत्रण, पृथक्कीकरण एवं निस्तारण पर चर्चा की गयी। जनपद में बायोमास/गार्वेज दहन से जनित उत्सर्जन के नियन्त्रण के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। जनपद में वाहनों से जनित उत्सर्जन हेतु किये गये उपायों की समीक्षा की गयी।
उन्होंने बखिरा झील में गिरने वाले 03 नालों (बखिरा नाला, बरईपार नाला एवं बण्डा नाला) के टैपिंग का कार्य कराने हेतु निर्देशित किया गया।
इसी क्रम में जिला गंगा समिति को समीक्षा करते हुए गंगा संरक्षण हेतु वाटरशेड मैपिंग के अन्तर्गत 09 जलागम क्षेत्रों के इनलेट व आउटलेट की सैम्पिलिंग रिपोर्ट प्रेषित करने हेतु क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड को निर्देशित किया गया। उन्होंने शहरी क्षेत्रों से आनेे वाले नालों/ड्रेन्स के चिन्हीकरण की स्थिति तथा सीवेज ट्रीटमेन्ट सन्यन्त्रों की स्थापना किये जाने की स्थिति पर चर्चा की गयी। गंगा ग्राम बनाने हेतु तथा राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन डैशबोर्ड जी0डी0पी0एम0एस0 पोर्टल पर समयबद्ध रूप से अपडेट किये जाने वाले 10 थीम व इनसे जुडे इंडीकेटर्स की समीक्षा की गयी।
इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी, उपायुक्त श्रम मनरेगा प्रभात दिवेदी, एआरटीओ प्रियम्बदा सिंह, तहसीलदार जनार्दन सहित संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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