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अलीगंज वासियों ने रानी अवंतीबाई लोधी की मनाई जयंती

प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि, किया याद

अलीगंज। विकासखंड अलीगंज क्षेत्र के ग्राम अमरोली रतनपुर में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की जन्म जयंती बड़े धूमधाम के साथ मनाई गई इस दौरान उनकी प्रतिमा पर पुष्पार्पित कर उन्हें याद किया।

प्रदेशभर में शनिवार को स्वाधीनता संग्राम सेनानी, महान वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की 195वीं जयंती मनाई जा रही है। इसी क्रम में अलीगंज के ग्राम अमरोली रतनपुर में वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी के प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देश के स्वाभिमान हेतु अंतिम सांस तक संघर्ष करने वाली अदम्य साहस की प्रतिमूर्ति वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की जयंती 16 अगस्त को मनाई जाती है।

रानी अवंती बाई के जयंती दिवस पर देश उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दे रहा है। इस अवसर पर अमरोली रतनपुर के लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें याद किया। इस अवसर पर कहा कि वीरांगना अवंती बाई लोधी ने भारत की स्वाधीनता के लिए तानाशाही पूर्ण शासन के खिलाफ बड़ा संघर्ष किया। उन्होंने मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया। उनका यह अदम्य साहस और बलिदान हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है।

इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक दिलीप कुमार राजपूत पूर्व प्रधान, प्रदीप कुमार राजपूत अध्यक्ष सा, सह ,समिति, संजीव कुमार राजपूत एडवोकेट ,नवीन कुमार राजपूत मंडल अध्यक्षभाजपा, डा रामप्रकाशराजपूत मण्डल महामंत्री श्याम सिंह राजपूत पूर्व मण्डल अध्यक्ष, इंद्रजीत सिंह प्रधानाचार्य, विनोद कुमार पी सी,अतिराज प्रमोद कुमार,सिंह,सुरेंद्र कुमार, मनोज कुमार, बलवीर सिंह, ज्ञान सिंह, छविनाथ सिंह, डा, सत्यभान सिंह फौजी राजकिशोर, इंजी लवलेशकुमार, अंकितकुमार एडवोकेट, मोहित, दीपक, अनिल, अभय ,अमृत आयुष, जैमिनी सहित अन्य लोधी समाज के लोग मौजूद रहे।

जिला महामंत्री कुमारी आशीष राजपूत ने वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी का जन्म 16 अगस्त 1831 को ग्राम मनकेहणी जिला सिवनी मध्यप्रदेश में हुआ था। बाल्यावस्था से ही वीर तथा साहसी अवंती बाई ने बचपन से ही तलवारबाजी और घुड़सवारी सीख लिया था।

मातृभूमि की रक्षा के लिए अंग्रेजों से संघर्ष के लिए तैयार रहे या चूड़ियाँ पहनकर घरों में बैठे रहे। देश के अग्रणी श्रेणी में गिने जाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से कम नहीं है। जितना योगदान स्वतंत्रता संग्राम में देश के अग्रणी श्रेणी में गिने जाने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का था, उतना ही उन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का योगदान है।

दिलीप सिंह मंडल ब्योरो एटा उत्तर प्रदेश

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