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अलीगंज। अलीगंज तहसील समाधन दिवस में एसडीएम द्वारा लेखपालो से अभद्र भाषा का प्रगोग कर दिया। जो एक काफी निंदनीय है। शनिवार को मिली जानकारी के अनुसार अलीगंज में तहसील समाधान दिवस चल रहा था वही कोतवाली परिसर में चल रहे समाधान दिवस में एसडीएम प्रतीत त्रिपाठी ने कुछ लेखपाल साथियो को समाधान दिवस से भगा दिया जब समाधान दिवस चल रहा था तो वहाँ पर ग्रामीण व पुलिस अधिकारी भी थे। बताया गया कि एसडीएम द्वारा लेखपालों के व्हाट्स ऐप ग्रुप पर धारा 24 की पैमाइश रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया था।
वही बात तहसीलदार अलीगंज द्वारा कही गयी थी जब लेखपाल रिपोर्ट बनाने में लग गए तो तभी कोतवाली अलीगंज से फोन आया कि एसडीएम द्वारा रजिस्टर पर सभी लेखपालों की अनुपस्थति लगाकर रजिस्टर को सीन कर दिया गया है। वही चकबन्दी लेखपालों से सभी चार्ज दिया गया है हम राजस्व लेखपालों द्वारा आय जाति मूल व अन्य कार्यो हेतु लेखपालों को निर्देशित किया जाता है जिसकी कार्य समीक्षा भी ऑनलाइन व ऑफलाइन की जाती है वही बताया गया कि जनता की शिकायत हेतु जब लेखपाल एसडीएम आफिस जाते हैं तो लेखपालों से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैंजबकि शिकायत कर्ता के सामने ही उलटी सीधी भाषा का प्रयोग करते है।
एसडीएम अलीगंज के इस रवैया से उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले लेखपालों ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि 16 अक्टूबऱ 23 को क्षेत्रीय लेखपाल आर के को चार्ज सोप देगे। साथ कोई राजस्व सम्बन्धी कार्य व आय जाति मूल सहित अन्य पर रिपोर्ट नही लगाएंगे। एसडीएम द्वारा लेखपालों के साथ इस अभद्र भाषा का प्रयोग हेतु हम सभी निंदा करते है। इस मौके पर लेखपाल शिववीर सिंह राजीव कुमार जितेंद्र सिंह रमन सक्सेना सुखबीर सिंह सहित समस्त लेखपालों ने विरोध किया।
अलीगंज एसडीएम प्रतीत त्रिपाठी ने बताया कि समाधान दिवस में एक लेखपाल समाधन दिवस में लेट आना अनुशासन हीनता भूमि सम्बन्धी अभिलेख साथ में न होना आदि दस्तावेज नही थे कार्य के प्रति लापरवाही के चलते डॉट दिया कि आगे से इस तरह की गलती न हो शासन स्तर पर हमें रिपोर्ट भेजनी पड़ती है।
दिलीप सिंह मंडल ब्यूरो एटा उत्तर प्रदेश