कार्यवाहक प्रभारी भूटान सिंह की वजह से वह नहीं बना पाया युवती को शोषण का शिकार !

पुलिस को अरदब में लेकर प्रभावित करने के बाद युवती को शोषण का शिकार बनाने की फिराक में था शातिर दिमाग

पुलिस ने शख्स को बाहर भेज, प्रभावी कार्रवाई से तत्काल किया पीड़िता की शिकायत का समाधान

पुलिस से काम करने के नाम पर प्रभावित कर कई लड़कियों को यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का शिकार बनाने के पहले भी प्रकाश में आ चुके कई मामले


सुनील बाजपेई
कानपुर। स्थान थाना गोविंद नगर। दोपहर के रूप में अपना परिचय देता समय। महिला हेल्पलाइन के पास बैठी एक युवती। तभी उसके साथ आया व्यक्ति पुलिस को कुछ इस तरह से अरदब में लेने की कोशिश करता है जैसे वह साथ आई युवती के सामने यह जाहिर करना चाहता हो कि पुलिस वही करेगी जो वह चाहेगा।

…और बाद में वह युवती भी वही करे ,जो वह व्यक्ति चाहे।
शायद इसीलिए युवती रजिया (नाम काल्पनिक) भी पुलिस से उसके संवाद को बड़े ध्यान से सुनने की कोशिश करती नजर आई, लेकिन इस व्यक्ति को शायद पता नहीं था कि उसका पाला गोविंद नगर के कार्यवाहक थाना प्रभारी उन तेजतर्रार और व्यवहार कुशल सब इंस्पेक्टर भूटान सिंह से पड़ा है, जिनकी जनहित के साथ कानून और शांति व्यवस्था की हित रक्षक मानी जाने वाली निष्पक्षता और पारदर्शिता पूर्ण विवेक शीलता वाली कार्यशैली अब तक ऐसे न जाने कितने शातिर दिमाग लोगों के नापाक इरादों को विफल करने में सफल हो चुकी है।

कानूनी मुद्दों के भी गहन जानकार और बेहद अनुभवी होने के साथ ही पीड़ितों की तत्काल सहायता और अपराधियों को सजा दिलाने की हद तक गहन विवेचन के भी अनुभवी महारथी कार्यवाहक थाना प्रभारी भूटान सिंह ने उस युवक को वापस भेज कर उसके साथ आई पीड़िता को अपने पास बुलाकर तत्काल ही उसकी शिकायत समस्या का समाधान कुछ इस तरह से किया ताकि पुलिस को अरदब में लेने के रूप में उसको प्रभावित करने के बदले इस तरह का कोई भी शातिर दिमाग उसे अपने किसी भी प्रकार के शोषण आदि का शिकार ना बना सके।

इस जिस शख्स ने युवती को प्रभावित करने के लिए पुलिस को अरदब में लेने की असफल कोशिश की उसके साथ यह युवती अपने कथित पूर्व प्रेमी के खिलाफ शिकायत लेकर आई थी।
कुल मिलाकर कार्यवाहक थाना प्रभारी भूटान सिंह समझ और विवेकशीलता ने साथ आए युवक के इरादे पर पानी फेरने के रूप में उस युवती को किसी भी तरह के शोषण का शिकार होने से साफ बचा लिया।
इस संदर्भ में यह भी उल्लेखनीय है कि पुलिस भारतीय पुलिस सेवा में आने के बाद उचित पात्र लोगों की सहायता और सहयोग में अग्रणी मानवीय दृष्टिकोण के भी प्रबल पक्षधर सीनियर सब इंस्पेक्टर भूटान सिंह के अबतक के जुझारू कार्यकाल के विवेचन से यह भी साबित होता है कि हालात चाहे जैसे रहे हों लेकिन उन्होंने अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा के साथ समझौता आज तक नहीं किया।

अवगत कराते चलें कि पहले भी बहुत से मामले इस आशय के भी प्रकाश में आए ,जिसमें किसी पीड़ित युवती को पुलिस से काम करने के नाम पर प्रभावित करके उसे जाल में फंसा गया और फिर उसे यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग आदि का शिकार भी बनाया गया।
पुलिस सूत्रों की माने तो ऐसा करने वालों में सर्वाधिक संख्या उनकी ही रहती है, जो अपने को प्रबुद्ध वर्ग का मानते हुए अन्याय के खिलाफ न्याय दिलाने का प्रमाण पत्र दिखा कर अपना उल्लू सीधा करने के लिए अपराध में स्वयं लिप्त होने और अपराधियों को संरक्षण देने के साथ ही कानून और शांत व्यवस्था के खिलाफ बवाल करने में भी अग्रणी रहते हैं।

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