
संतकबीरनगर । धर्मसिंहवा थाना क्षेत्र के करहना गांव की रहने वाली शारदा के लिए मंगलवार की रात्रि काल बनकर आई। सुबह ने उसके जीवन में ऐसा अंधकार किया जो पूरे जीवन उसे व उसके बच्चों को सालता रहेगा।
घटना उस वक्त घटी जब शारदा खाना खा कर अपने बच्चे को प्यार से निवाले खिला रही थी। घटना के समय शारदा पैरालाइसिस पति को दवा पिलाकर सो रही थी। लेकिन शारदा को क्या मालूम था कि मंगलवार की रात्रि उसके लिए काल बन गई । शारदा अपने पीछे शारदा के पहले पति से तीन बच्चे है, जिनमें शिल्पा (13), रेखा (12), विजय (9) और दूसरे पति से एक बेटा विराट (6) वर्ष का है
शारदा छवि काफी मिलनसार महिलाओं में थी। अधिकांश वक्त शारदा अपने बच्चों और परिवार की देखभाल में बिताती थी, जबकि पहले पति को खोने के बाद दूसरे पति को पैरालाइसिस होने पर गांव में एक छोटी सी किराने की दुकान चला कर
अपना व परिवार का भरण पोषण करती थी। घटना के बाद से गांव में कोहराम मच गया। गांव की गलियां सूनी पड़ी हैं और शारदा की मौत से बीमार पति और बच्चो की रुक-रुककर रोने-चीखने की आवाजें सुनाई दे रही हैं। मृतका के पति व अन्य बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव के हर एक घर में घटना को लेकर मातम का माहौल बना हुआ है।