असली दानी वही है जो दान देते वक्त एक हाथ से दान देता है, तो दूसरे हाथ को पता नहीं चलने देता

संजय त्रिपाठी प्रबंध संपादक नवयुग समाचार (दैनिक) एक बार की बात है, कि श्री कृष्ण और अर्जुन कहीं जा रहे थे। रास्ते में अर्जुन ने श्री कृष्ण जी.से पूछा कि…

लोकतंत्र में घृणा, द्वेष, ईर्ष्या, स्वार्थ व हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं

(शाहनवाज हसन) लोकतंत्र ; यानी “जनता द्वारा, जनता के लिए, जनता का शासन।” लोकतंत्र में जनहित ही सर्वोपरि होता है। द्वेष की भावना के लिए लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं…

जीवन में कभी घमंड मत करना-रामानंद सैनी

लखनऊ रामानंद सैनी यह सीख मुझे उस समय मिली जब मैं लखनऊ में एक दिन अपनी साइकिल से रूमी गेट के पास नींबू पार्क में घूमने के लिए गया था…

पहचानिये:कौन अपना- कौन पराया

पहचानिये:कौन अपना- कौन पराया अरुणिमा मिश्रा, संस्थापिका सचिव, आश्रयनिष्ठा वेलफेयर सोसायटी, बिलासपुर छत्तीसगढ़ यदि कोई आपसे यह प्रश्न करे कि दुनिया में कौन अपना, कौन पराया तो आप शायद यही…

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