व्यापार और जीवन में नयी ऊर्जा भरता भारतीयों  का दीपोत्सव

विविध त्यौहार, उत्सव, और मेले भारतीय संस्कृति की अन्यतम विशेषता है। अच्छी बात यह है कि हमारे सभी त्यौहार कहीं न कहीं संस्कार, संस्कृति, धर्म, अध्यात्म से जुड़े हुए हैं,…

नवरात्रि पर बना शुभ संयोग, 9 दिनों की नवरात्रि पर ऐसे करें पूजन और कलश स्थापना

संजय त्रिपाठी प्रबंध संपादक नवयुग समाचार (दैनिक) हस्त नक्षत्र और इंद्र योग के संयोग में शारदीय नवरात्र 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से शुरू हो रहे हैं। इस बार नवरात्र 3…

बिलासपुर की लेखिका कृष्णा मानसी को मिला भारत भाग्य स्मारिका सम्मान

बिलासपुर, छत्तीसगढ़। स्वर्णिम दर्पण पत्रिका एवं आर्या पब्लिकेशन के संस्थापक सौरभ पांडेय द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर हजरतगंज लखनऊ के निराला सभागार में साहित्य सम्मान समारोह का आयोजन…

27 सितंबर वैश्विक पर्यटन दिवस पर- भारत में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं

सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” भारत जितना सुंदर है उतना ही अनोखा और आकर्षक है। शायद इसी लिये भारत में पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ा और फला-फूला। देशी विदेशी सभी सैलानी…

पोलियो और पोस्ट पोलियो सिंड्रोम: एक दर्दनाक स्थिति

डॉ. सुमन शर्मा, अध्यापिका दिल्ली सरकार पोस्ट पोलियो सिंड्रोम, पोलियो से प्रभावित लोगों के लिए एक दर्दनाक स्थिति हैं l कुछ लोगों को बहुत बचपन की उम्र में पोलियो हो…

22 सितम्बर विश्व नदी दिवस पर विशेष- नदियां हैं तो जल है..जल है तो कल है सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” एवीके न्यूज सर्विस बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से नदियों…

देव शिल्पी विश्वकर्मा जयंती पर विशेष-

वास्तु, शिल्प और निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा सुरेश सिंह बैस शाश्वत ‌ भगवान विश्वकर्मा को देवशिल्पी यानी की देवताओं के वास्तुकार के रूप में पूजा जाता है। त्रिलोका या…

हिन्दी विश्व में सर्वाधिक तीसरे नंबर की बोले जाने वाली भाषा

14 सितम्बर विश्व हिंदी दिवस पर विशेष- हिंदी राष्ट्रभाषा होकर भी वस्तुतः राजभाषा नहीं बन पाई हिन्दी विश्व में सर्वाधिक तीसरे नंबर की बोले जाने वाली भाषा –सुरेश सिंह बैस…

24 अगस्त हलषष्ठी व्रत पर्व- सनातन धर्म के इस पर्व मे जगत कल्याण की भावना समाहित

– सुरेश सिंह बैस शाश्वत भादो के महीने में पुत्रवती महिलाओं द्वारा संतान के कुशल मंगल और उनके कल्याण की भावना से हलषष्ठी का व्रत आज के दिन पूरी श्रद्धा…

मृत्युभोज एक सामाजिक अभिशाप’

जब किसी जानवर का साथी बिछुड़ जाता है तो वह उस दिन चारा नहीं खाता है. जबकि 84 लाख योनियों में श्रेष्ठ मानव, आदमी की मृत्यु पर हलुवा-पूड़ी खाकर शोक…