जमशेदपुर। राशन कार्ड धारियों ने जन वितरण प्रणाली दुकानदार उत्पल बोस, जिसका दुकान वर्तमान में निलंबन हुआ है जिसके कारण वहां के राशन कार्ड धारक वर्तमान में पंचायत के जन वितरण प्रणाली दुकानदार अंशु कालिंदी के पास से राशन का उठाव कर रहे हैं। वर्ष 2024 के दिसंबर माह का राशन उठाओ के पश्चात कार्ड धारकों ने नवंबर माह से पूर्व का राशन का मांग की; इस पर अंशु कालिंदी ने सभी को यह कहकर मना कर दिया कि उपरोक्त माह का राशन हमें आवंटित नहीं किया गया है इसलिए मैं देने से असमर्थ हूं।
अब सवाल उठता है इस स्थिति में कार्ड धारक क्या करें? ऐसे में उक्त सभी कार्ड धारकों ने पूर्व ज.वि.प्र. दुकानदार उत्पल बोश को पुछने पर वह अपना रौब दिखाता है। उनकी पत्नी देवी कुमार भूमिज मुखिया है, जो किसी तरह का काम नहीं करने का कार्ड धारकों को धमकी देती है। कार्यालय से जानकारी लेने पर पता चला कि उक्त बकाए महीनों का भी राशन का उठाव डीलर द्वारा कर लिया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गेहूं -18 क्विंटल, चावल – 2.5 क्विंटल और धोती – साडी 450 पीस डीलर द्वारा उठा लिया गया था।
इसके अलावा अप्रैल, मई एवं जून माह का चिनी वितरण भी नहीं किया गया है और दाल का प्रति किलो 10 रुपया अलग से लेता है। इससे साफ जाहिर होता है कि राशन विक्रेता को बैकलॉग रखकर काला बाजारी में बेच दिया गया है। इसलिये उक्त कार्डधारियों को राशन नहीं मिल रहा है। उत्पल बोस का दुकान वर्तमान में जो निलंबीत है; जिला के द्वारा प्रतिनियुक्त पदाधिकारी ने जांच भी किया था। लेकिन इस जांच से उक्त कार्डधारी संतुष्ट नहीं है और पुनः कार्ड धारकों ने DC से निष्पक्ष जांच की मांग किया है। इस दौरान काफी संख्या में राशन कार्ड धारियों ने डीलर के खिलाफ प्रदर्शन किया।
आए दिन उपभोक्ताओं का शिकायत रहता है की चना दाल व धोती साड़ी नहीं दिए जा रहे हैं। कहीं ना कहीं झारखंड के जन वितरण प्रणाली के डीलर; झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट सोना सोबरन धोती साड़ी योजना एवं चना दाल योजना (वर्ष 2023 के सितंबर माह से आवंटित) योजना को चूना लगा रहे हैं। निश्चित रूप से यह एक जांच का विषय है।